प्रोजेक्टर में दिखाया स्कूल का इतिहास
इस दिन की शुरुआत फ्लैग होस्टिंग के साथ हुई। प्रिंसिपल ने सभी टीमों का वेलकम किया। इसके बाद वीडियो के माध्यम से सिंधिया स्कूल के बारे में बताया गया। स्कूल के एचीवमेंट के साथ ही स्टूडेंट्स द्वारा किए जा रहे सोशल एक्टिविटीज से भी परिचित कराया गया। स्टूडेंट्स की जिज्ञासा पर उन्हें स्कूल की हिस्ट्री एवं सिंधिया घराने के एचवीमेंट की भी जानकारी दी गई।
फोर्ट की नक्कासी आई पसंद
इसके पूर्व सभी टीमों को फोर्ट घूमने ले जाया गया। उन्हें तेली का मंदिर, म्यूजियम, सूरज कुंड, मानसिंह पैलेस, चतुर्भुज मंदिर आदि घुमाया गया। स्टूडेंट्स को मानसिंह पैलेस की नक्कासी बहुत पसंद आई। उन्होंने इस पल को मेमोरेबल बनाने के लिए फोटो सेशन भी कराया। स्कूल कैंपस में एग्जीबिशन लगाई गई, जहां से स्टूडेंट्स ने इंडियन ड्रेसेज, ज्वैलरी आदि परचेज कीं।
ऑस्ट्रेलिया ने मसूरी स्थित स्कूल को किए 3000 डॉलर डोनेट
ऑस्टे्रलिया ने मसूरी स्थित रोतू की बैली गांव में एक स्कूल में क्लास बनवाने के लिए 3000 डॉलर डोनेट किए हैं। इसका जिक्र कॉन्फ्रेंस में किया गया। यह डोनेशन उनका सर्विस प्रोजेक्ट के तहत है। इसके बाद अस्ताचल पर स्टूडेंट्स ने ग्रुप फोटोशूट कराया। वही विदेशी गल्र्स ने मेहंदी भी लगवाई, तो ब्वॉयज ने सिर पर साफा बांधकर फोटो सेशन कराया।
विभिन्न देशों से आए 70 स्टूडेंट्स
कॉन्फ्रेंस में देश-विदेश के 10 स्कूल्स के लगभग 70 स्टूडेंट्स एवं टीचर्स हिस्सा ले रहे हैं। ये अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, बरमूडा, चीन, अर्मेनिया, अर्जेटीना व ऑस्ट्रेलिया से शामिल हैं।
इंडिया का पारम्परिक नृत्य डांडिया बहुत अच्छा लगा। शुरुआत में थोड़ा असहज था, लेकिन अगले पल मजा आने लगा। हम सभी ने खूब एंजॉय किया।
मुदैथिन कासिन, साउथ अफ्रीका
कॉन्फ्रेंस में मेरे कई दोस्त बने। इस दोस्ती को हम आगे बढ़ाएंगे। विभिन्न देशों के कल्चर से हम यहां रूबरू हुए। डांडिया और हॉस्पिटेलिटी हमें पसंद आई।
शेन फ्रेडरिक्स, साउथ अफ्रीका
ग्वालियर फोर्ट के बारे में हमने इंटरनेट पर पढ़ा था, लेकिन यहां आकर देखने पर यह उससे भी कहीं खूबसूरत है। ग्वालियर का हेरिटेज बहुत अच्छा है।
हमने मसूरी के स्कूल के लिए सभी ने मिलकर फंड इक_ा किया, जिसे हम वहां की व्यवस्था सुधारने के लिए देंगे। इंडिया का कल्चर देखकर बहुत अच्छा लगा।
हिज पॉलिनी, ऑस्ट्रेलिया