जनवरी के शुरुआत में कोरोना की रफ्तार चौंकाने वाली है। दिसंबर में एक दिन में जितने औसत केस आ रहे थे, उतने अब हर घंटे आ रहे हैं। दिसंबर में औसत 29 केस एक दिन में आए हैं। जनवरी के चार दिन की रिपोर्ट देखें तो हर घंटे औसत 26 केस निकल रहे हैं।
संपर्क में आने से हुए पॉजिटिव
सोमवार को जनकगंज डिस्पेंसरी में एक डॉक्टर संक्रमित हुए। उनके संपर्क वाले तीन लोगों के सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव मंगलवार को आई है। इन लोगों में कोई भी लक्षण तक नहीं है। इसके साथ ही एसपी ऑफिस में सभी कर्मचारियों को सिर्फ सर्दी, खांसी, जुखाम है। इसके साथ कई लोग बाहर से आने वालों के लोगों के साथ संपर्क में आए हैं, लेकिन लक्षण नहीं हैं।
इनका कहना है
इस बार नहीं है। सिर्फ सामान्य इस बार कोरोना के मरीजों में मरीज ही ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में सर्दी, खांसी और जुखाम बुखार को हल्के में न लें। तुंरत जांच करा लें। वहीं इस बार कोरोना से ज्यादा नुकसान होने वाला नहीं है, लेकिन सावधानी रखना है।
डॉ. अजयपाल सिंह, मेडिसिन जीआरएमसी
यह जरूर समझ लें
-पहली और दूसरी लहर में जब डेल्टा वैरिएंट सामने आया था। उस समय कोविड के 100 मरीजों में से 20 लोगों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती थी।
– इस बार 100 में से सिर्फ 2 से 3 लोगों को ही बड़ी मुश्किल से ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी।
– इस संक्रमण का असर लोगों के फेफड़ों तक नहीं पहुंचेगा। इस बार लोग ज्यादा सीरियस भी नहीं होंगे। लेकिन सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना होगा।