ऑनलाइन शॉङ्क्षपग सुविधा बनाम दुविधा
शनिवार और रविवार वीकेंड के तौर पर मनाने वाले परिवार ऑनलाइन शॉङ्क्षपग और ऑनलाइन खाने का ऑर्डर करना सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। किसी भी प्रकार के ट्रांजेक्शन में समस्या आने पर ऑनलाइन ही कस्टमर केयर का नंबर तलाश किया जाता है। गूगल एवं बाकी सर्च इंजन पर साइबर धोखाधड़ी करने वाले जालसाज ने अनेक प्रकार के फिङ्क्षशग यानि फर्जी ङ्क्षलक पहले ही अपलोड किए हुए हैं। उपभोक्ता आसानी से इनका शिकार बन जाते हैं और अपने खाते से पैसा गंवा बैठते हैं।
साइबर सेल के एसपी सुधीर अग्रवाल के मुताबिक त्योहारी सीजन में इस तरह के ऑनलाइन फ्रॉड काफी बढ़ जाते हैं। इनसे बचने के लिए लोगों को जागरूक रहना चाहिए। त्योहारी सीजन मेें कई बार ऑनलाइन ही लोगों को 25 से 50 फीसदी छूट का ऑफर दिया जाता है और इसके लिए पहले ही कुछ रकम भुगतान करने का कहा जाता है, लेकिन ऐसे फ्रॉड करने वाले बाद में रुपए लेकर गायब हो जाते हैं।
– अनजान लोगों को ओटीपी या बैंक खाते की जानकारी शेयर नहीं करें।
– बैंक प्रबंधन कार्ड ब्लॉक करने, केवायसी अपडेट, क्रेडिट लिमिट बढ़ाने या ऑनलाइन इनाम देने का झांसा मोबाइल फोन पर नहीं देता है।
– अनजान टेलीकॉलर के कहने पर अनाधिकृत एप्लीकेशन या ङ्क्षलक को डाउनलोड करने का प्रयास नहीं करें।
– बिजली विभाग के नाम से आने वाले मैसेज का कोई जवाब नहीं दें, क्योंकि यह फर्जी रहते हैं।
– ऑनलाइन लोन एप्लीकेशन से लोन लेने का प्रयास नहीं करें।