हवा से चलने वाला कूलर दतिया के रानी लक्ष्मीबाई स्कूल के मानस श्रीवास्तव ने विंड एनर्जी के जरिए चलने वाला कूलर बनाया। उन्होंने बताया कि विंड एजर्नी से टरबाइन घूमेंगी और पानी के लिए भी उन्होंने एक रोलिंग टरबाइन लगाया था। जिससे पानी कूलर में लगी घास पर गिरेगा। उन्होंने बताया कि ये कूलर का इस्तेमाल ग्रामीण क्षेत्रों में किया जा सकता है। खासकर राजस्थान के लिए ये अधिक उपयुक्त है।
पटरी टूटी तो पहले ही रुक जाएगी ट्रेन देश में टे्रन हादसों की संख्या बहुत अधिक हो गई है। जिससे सैकड़ों लोगों की जान चली जाती है। इस तरह के हादसों को रोकने के लिए ही दतिया जिले के दुर्गापुर शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल के देवेन्द्र रायकवार ने प्रोजेक्ट तैयार किया। प्रोजेक्ट में देवेन्द्र ने आरआर तरंगों का उपयोग किया था। जिससे टूटी पटरी होने पर कंट्रोल पैनल को सूचना जाएगी और वहां से इंजन में स्थित ऑटोमेटिक ब्रेक लग जाएंगे।
बोटल से बनाया इको टॉयलेट पानी पीकर यूं ही फेक दी जाने वाली डिस्पोजल बॉटल को अगर रीसाइकिल करेंगे तो पॉल्यूशन होता है, लेकिन इसका भी उपयोग किया जा सकता है। कुछ ऐसा ही करके दिखाया पद्मा स्कूल की छात्रा हर्षिता भार्गव ने। उन्होंने बॉटल्स का इस्तेमाल कर इको फ्रेंडली टॉयलेट बनाकर दिखाया। उनके इस प्रोजेक्ट को काफी सराहा गया। यहां तक कि अधिकारियों ने इस पर काम करने के भी निर्देश दिए।
समापन एवं पुरस्कार वितरण आज प्रदर्शनी का समापन एवं पुरस्कार वितरण मंगलवार को किया जाएगा। सुबह 10 से 1 बजे तक प्रदर्शनी स्कूली छात्रों के लिए खुली रहेगी।