scriptसंस्कृत को बढ़ावा देने करेंगे प्रयास, डिप्लोमा कोर्स होगा शुरू | Efforts to promote Sanskrit, diploma course will start | Patrika News
ग्वालियर

संस्कृत को बढ़ावा देने करेंगे प्रयास, डिप्लोमा कोर्स होगा शुरू

संस्कृत अकादमी, जीवाजी विश्वविद्यालय और महाकवि भवभूति शोध एवं शिक्षा समिति की ओर से अखिल भारतीय भवभूति समारोह का आयोजन गुरुवार से प्रारंभ हुआ। तीन दिवसीय समारोह का आयोजन ग्वालियर और डबरा में किया जा रहा है।

ग्वालियरFeb 22, 2019 / 07:39 pm

Harish kushwah

Bhavabhuti ceremony

Bhavabhuti ceremony

ग्वालियर. संस्कृत अकादमी, जीवाजी विश्वविद्यालय और महाकवि भवभूति शोध एवं शिक्षा समिति की ओर से अखिल भारतीय भवभूति समारोह का आयोजन गुरुवार से प्रारंभ हुआ। तीन दिवसीय समारोह का आयोजन ग्वालियर और डबरा में किया जा रहा है। समारोह का शुभारंभ जेयू के गालव सभागार में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जेयू की कुलपति डॉ.संगीता शुक्ला ने कहा कि जल्द ही जेयू में संस्कृत आचार्य की नियुक्ति एवं संस्कृत प्रचार-प्रसार के लिए शासन से सम्पर्क किया जावेगा। उन्होंने अध्यापन पर जोर देते हुए कला संकायाध्यक्ष डॉ.हेमन्त शर्मा को निर्देशित किया कि वे शीघ्र ही संस्कृत के पाठ्यक्रम में डिप्लोमा कोर्स की शुरूआत करें, जिससे संस्कृत से बाहर के विद्यार्थी भी योग एवं भारतीय संस्कृति तथा विज्ञान को पढ़-समझकर भारत के विकास में योगदान दे सकें।
प्रतियोगिता में दिखाई प्रतिभा

अखिल भारतीय भवभूति समारोह में विश्वविद्यालय स्तर की विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। 22 फरवरी को सुबह 11 बजे से शोध संगोष्ठी का आयोजन डबरा के संत कंवरराम महाविद्यालय में किया जाएगा। 23 फरवरी को तीसरी शोध संगोष्ठी सुबह 9.30 बजे से ग्वालियर में होगी। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में महापौर विवेक शेजवलकर मौजूद रहेंगे।
भवभूति उपन्यास का विमोचन

इस अवसर पर रामगोपाल भावुक के उपन्यास भवभूति का विमोचन किया गया। शोध सत्र के दौरान डॉ.मनीष खेमरिया, डॉ.आशाराम सगर, डॉ.रामगोपाल भावुक, ने भवभूति के मालतीमाधवम ग्रन्थ से रसभाव, पर्यावरण, नाटक, आदि विषयों पर विस्तार से वर्णन किया गया। डॉ.कृष्णा जैन ने शोध सत्र का संचालन किया और अध्यक्षता डॉ.मधुलता जैन, शिवपुरी ने की।
शाम को मालतीमाधवम् का मंचन

महाकवि भवभूति द्वारा रचित और प्रेमकथा पर आधारित देश के सर्वश्रेष्ठ संस्कृत नाटक मालतीमाधवम् का मंचन शाम को गालव सभागार में किया गया। डॉ.विष्णु नारायण तिवारी द्वारा निर्देशित और होजाई गम्बा सिंह ने नाटक की कोरियोग्राफी की। इसमें 40 कलाकारों ने इसमें अभिनय किया।
संस्कृत में किया काव्य पाठ

संस्कृत कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें डॉ.पूजा झा जबलपुर ने गजलें, डॉ.प्रशस्य मिश्र शास्त्री, रायबरेली ने हास्य कविताएं, डॉ.महराजदीप पाण्डेय, गोझडा ने कविताऐं, गजलें प्रस्तुत कीं। डॉ.सत्येन्द्र शास्त्री ने व्यंग्य कविता, फिल्मी माध्यम से प्रस्तुत की। डॉ.विष्णुनारायण तिवारी, ग्वालियर ने हिन्दी के भजनों को संस्कृत में प्रस्तुत किया। डॉ.मोहिनी अरोरा, भोपाल ने संस्कृत महिमा पर कविता प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन डॉ.विष्णुनारायण तिवारी ने किया।

Home / Gwalior / संस्कृत को बढ़ावा देने करेंगे प्रयास, डिप्लोमा कोर्स होगा शुरू

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो