एमएसएमई की सभी यूनिट्स को एनर्जी ऑडिट कराना जरूरी
– चैंबर ऑफ कॉमर्स में ऊर्जा दक्षता और नई तकनीकी एवं नवाचार पर कार्यशाला संपन्न
एमएसएमई की सभी यूनिट्स को एनर्जी ऑडिट कराना जरूरी
ग्वालियर. देश में सभी एमएसएमई इकाइयों को ऊर्जा क्षमता का ऑडिट कराया जाना अब जरूरी हो गया है। ऊर्जा दक्षता के ऑडीटर देश में केवल 252 हैं और मध्यप्रदेश में केवल एक ही हैं। किसी भी यूनिट्स का डाटा किसी भी कीमत पर लीक नहीं होगा और न ही यह डाटा ऑडीटर की ओर से सरकार के किसी भी विभाग को शेयर किया जाएगा। यह बात नई दिल्ली के एक्सपर्ट ट्रेनर सौरभ मिश्रा ने ऊर्जा दक्षता और नई तकनीकी एवं नवाचार पर चैंबर ऑफ कॉमर्स में शनिवार को आयोजित हुई कार्यशाला में कही।
उन्होंने आगे कहा कि इस बात की गारंटी ईडीआईआई देती है और यह अण्डर टेकिंग में आता है। ऑडिट इकाई का ऊर्जा खपत का ऑडिट होने के पश्चात आप यह आवश्यक रूप से मानकर चलिए कि एक्सपर्ट द्वारा बताए गए छोटे-छोटे सुधार करके आप बिजली पर होने वाले खर्चे को काफी कम कर सकते हैं। डिजीटल मार्केटिंग पर फोकस करते हुए उन्होंने आगे कहा कि ग्वालियर में बनने वाली कारपेट को आप डिजीटल मार्केटिंग के जरिए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विक्रय कर सकते हैं। ग्वालियर में जो कारपेट बनती है, उसकी डिमाण्ड यूएस में काफी है। डिजीटल मार्केटिंग व्यापार के लिए आज एक सशक्त माध्यम है। इससे न केवल आप अपने प्रोडक्ट को देश में बल्कि दुनिया के किसी भी कोने पर बेच सकते हैं। इसके लिए उन्होंने इन्दौर की एमएसएमई इकाई शक्ति पम्प का उदाहरण देते हुए बताया कि यह इकाई अपना प्रोडक्ट अफ्रीकन देशों में सफलता पूर्वक बेच रही है और पिछले 15-20 वर्ष के दौरान एक जाना-पहचाना ब्रॉण्ड बन गया है। उन्होंने बताया कि तकनीकी क्षेत्र में बहुत तेजी से बदलाव आ रहे हैं। आज अमेरिका में डिलीवरी ड्रोन के जरिए की जा रही है। इसी के साथ उन्होंने सोलर पैनल, एनर्जी काइट्स जैसे नवाचारों के माध्यम से व्यापार में नए-नए तरीकों के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी। मिश्रा ने बताया कि सोलर पैनल के माध्यम से अपने संस्थान की विद्युत संबंधी जरूरतें पूरी कर सकते हैं और अतिरिक्त बिजली को ग्रिड को बेच सकते हैं, जिससे आपकी इकाई का बिजली बिल न्यूनतम हो सकता है। कार्यक्रम का संचालन और आभार प्रदर्शन चैंबर के मानसेवी सचिव डॉ.प्रवीण अग्रवाल ने किया।
ये रहे मौजूद
कार्यशाला में एमएसएमई उद्यमी संजय धवन, दीपक पमनानी, अरविंद नाहर, आदेश बंसल, विनोद सूरी आदि मौजूद थे।
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