बता दें कि चार शहर का नाका चौराहा शहर के व्यस्त चौराहों में शामिल है। इस चौराहे पर हजीरा, गोला का मंदिर, मल्लगढ़ा, सागरताल और रानीपुरा साइड से आने वाले हजारों वाहन निकलते हैं। चौराहा होने के बावजूद यहां रोटरी नहीं बनाई गई है। कुछ वर्ष पूर्व यहां ट्रैफिक सिग्नल जरूर लगाए गए थे, लेकिन इन सिग्नलों को कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है। अक्सर यहां से चार पहिया या छह पहिया वाहन निकलते रहते हैं, जिस कारण ट्रैफिक जाम होता है। चौराहे के बीच में डिवाइडर गलत तरीके से लगाए जाने के कारण भी यहां जाम की समस्या आम होती जा रही है। चौराहे पर कोई ट्रैफिक मैन भी नहीं रहता, यह भी यहां जाम लगने का प्रमुख कारण है, जिससे लोग अंधाधुंध तरीके से वाहन चलाते हुए यहां निकलते हैं और जाम लग जाता है। चौराहे पर टेम्पो भी सवारियां लेने के लिए खड़े हो जाते हैं, जिस वजह से भी चौराहे पर निकलने के लिए जगह नहीं बचती है। वर्तमान में यहां हजीरा से चार शहर का नाका तक सड़क निर्माण कार्य भी चल रहा है, जिस वजह से एक साइड का रास्ता बंद है।