उत्कृष्ट विद्यालय, मुरार विद्यालय को नया लुक दिया जा रहा है। यह शहर का एकमात्र सरकारी स्कूल है, जहां क्लास रूम में ऐसी लगे हैं। दीवारों पर रंग देखकर इसकी खूबसूरती का अदांजा लगाया जा सकता है। बच्चों के लिए कम्प्यूटर, स्मार्ट क्लास जैसी सभी सुविधाएं यहां उपलब्ध कराई जाती हैं। नवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थी यहां अध्ययन करते हैं। यहां शहर के विभिन्न क्षेत्रों के बच्चे प्रवेश के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन आसानी से एडमिशन नहीं मिल पाता है, मेरिट लिस्ट के आधार पर सूची तैयार की जाती है। पढ़ाई का स्तर भी अन्य स्कूलों से बेहतर है।
शत प्रतिशत उपस्थिति : मॉडल स्कूल, डीडी नगर में शासन ने मॉडल स्कूल योजना को भले ही बंद कर दिया हो, लेकिन यह स्कूल अभी भी मॉडल साबित हो रहा है। यहां का रिजल्ट हर बार की तरह इस बार भी शत- प्रतिशत रहा। पढ़ाई के बेहतर स्तर का ही नतीजा है कि शहर से काफी दूरी पर स्कूल होने के बावजूद स्टूडेंट्स यहां पहुंचते हैं। खास बात यह है कि यहां बच्चों की उपस्थिति भी शत-प्रतिशत रहती है।
दीवारों पर ज्ञानवर्धक मैसेज आदर्श विद्यालय, रेलवे कॉलोनी जैसा विद्यालय का नाम है आदर्श, उसी तरह सरकारी स्कूलों के लिए यह मिसाल बना है। विद्यालय में शासन स्तर पर तो काम किया ही गया है, निजी संस्थाओं द्वारा भी काफी काम किए गए हैं। विद्यालय में लाइब्रेरी है, जिसकी हर दीवार पर मैसेज दिया गया है। यहां जमीन पर कालीन बिछा है, जिस पर बैठकर बच्चे पढ़ते हैं। विद्यालय की दीवार को अच्छे ढंग से सजाया गया है।
दूसरे स्कूलों के लिए उदाहरण प्राथमिक विद्यालय, अवाड़पुरा, कंपू स्थित यह विद्यालय बहुत सुंदर है। विद्यालय के आसपास हरे-भरे पेड़ लगे हैं। यह पहला स्कूल है, जहां डायनिंग हॉल बनाया गया है, जिसमें बच्चे मिड-डे मील खाते हैं। स्कूल में बच्चे हमेशा ही डे्रस में आते हैं और बहुत सलीके से पढ़ाई करते हैं। यह दूसरे स्कूलों के लिए उदाहरण है। विद्यालय की हर दीवार पर ज्ञानवर्धक मैसेज लिखे गए हैं, जिससे बच्चों को इन्हें याद करने में आसानी होती है।