वैज्ञानिकों के अनुसार ज्यादा सोने से दिमाग में जख्म हो जाता है, जिसे व्हाइट मैटर हाइपर इंटेंसिटी भी कहा जाता है। इन जख्मों के चलते दिमाग में रक्त प्रवाह भी प्रभावित होता है। एमआरआई में दिखाई देने वाले ये सफेद घब्बे अवसाद और स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ मिआमी के न्यूरोलॉजिस्ट और नींद के विशेषज्ञ डॉक्टर रामोस ने कहा कि अल्पनिद्रा और अधिक नींद लेने का सीधा संबंध व्यक्ति के तंत्रिका संबंधी रोग से है, जो अल्जाइमर और अवसाद के लिए जिम्मेदार होता है।