उन्होंने टॉर्च का उदाहरण देकर एनर्जी के पॉजीटिव व निगेटिव सप्लाई को समझाया। वहीं छात्रों को ऊर्जा की इकाई जैसे एम्पीयर, किलोवॉट को को उदाहरण सहित समझाया। उन्होंने छात्रों को पढ़ाई के दौरान सफलता के टिप्स भी बताए। इस दौरान उन्होंने गणित के सवाल हल कराए तो कुछ छात्र इसमें अटक गए जिस पर कलेक्टर ने उनसे कहा, आप लोग जिन विषयों में कमजोर हो उन विषयों पर ज्यादा समय दो। ऐसा करने से वे विषय धीरे-धीरे सरल लगने लगेगा। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा, आप लोग पढऩे में अच्छे हैं, परीक्षा में अच्छे अंक लाएंगे और जिले का नाम रोशन करेंगे।
उस समय न कोई फोन आता है और ना ही टीवी में कोई कार्यक्रम। घर परिवार में मिलने वाले भी शाम को आते हैं। शाम की पढ़ाई में इतनी जल्दी यादा नहीं होता। उन्होंने छात्रों से कहा, कोई चैप्टर एक बार में याद नहीं होता। उसे चार बार याद करें पहली बार एक घंटे में दूसरी बार आधा घंटे में फिर धीरे-धीरे समय कम हो जाता है। एक बार पढऩे वाले छात्र अधिकांशत: भूल जाते हैं। पढ़ाते समय हमेशा याद रखें कि रटें नहीं समझें। पढ़ते समय कोमा पर रुकें और फुट स्टॉप भी थोड़ा ज्यादा रूककर आगे बढ़ें। पढ़ाई करें ऐसा करने दिमाग को रिलेक्स भी मिलता है।
जिले के सौ स्कूल में शुरू होगी योजना
कार्यक्रम के पश्चात जिला शिक्षा अधिकारी संजीव शर्मा ने बताया कि जिले में विद्यादान योजना के लिए सौ स्कूलों का चयन किया गया है, जिसमें एक परिसर एक शाला वाले शामिल किए गए हैं। इन स्कूलों में हर रोज शहर के ऑफिसर्स, बिजिनेस मैन, डॉक्टर सहित अन्य लोग पढ़ाने जाएंगे। इससे स्कूलों में पढ़ाई का स्तर में सुधार होगा। कलेक्टर ने बताया उत्कृष्ट स्कूल के छात्रों का स्तर काफी अच्छा है, वे एक बार में जो बताया समझ गए।