दो बार लेनी पड़ी लाइफलाइन
सुषमा ने बताया कि अमिताभ ने पहले तो ईजी क्वेश्चन पूछे, लेकिन जैसे-जैसे लेवल बढ़ता गया, वैसे-वैसे क्वेश्चन टफ होते गए। इस दौरान मुझे दो बार लाइफलाइन भी लेनी पड़ी। सुषमा स्कूल संभालने के साथ ही समाजसेवा के क्षेत्र में भी एक्टिव हैं। उनके पति (सुधीर सिंह चौहान) एक निजी कम्पनी में और बेटा म्यूजिक यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत है।
बेटे और पति ने की मदद : मुझे केबीसी की तैयारी के लिए ज्यादा समय तो नहीं मिला, क्योंकि पूरा समय स्कूल में ही चला जाता था। फिरभी बेटे और पति ने इंटरनेट की मदद से कुछ टॉपिक बताए, जिस पर मैंने एक नजर डाली। इस बार मुझे शुरू से उम्मीद थी कि मैं हॉट सीट तक पहुंचूंगी। बॉलीवुड के महानायक के सामने बैठकर बहुत अच्छा लगा।
समर्थ की बनाई पेंटिंग की गिफ्ट : सुषमा ने बताया कि मेरा बेटा समर्थ बहुत अच्छी पेंटिंग बनाता है। उसके द्वारा बनाई पेंटिंग मैंने अमिताभ को भेंट की, जिसकी उन्होंने सराहना की। साथ ही मेरे स्कूल के बच्चों द्वारा बनाया गया ग्रीटिंग भी उन्हें दिया, जिसमें बच्चों ने कई कोटेशन लिखे हैं। अमिताभ ने वादा किया है कि मैं इन कोटेशन का जवाब जरूर बच्चों को दूंगा।
ऐसे पहुंचीं केबीसी में
सबसे पहले मैंने एप पर रजिस्ट्रेशन किया। इसके बाद पूछे गए क्वेश्चन का आंसर दिया। जवाब सही होने पर कम्प्यूटर पर तीन क्वेश्चन के आंसर दिए। तब मुझको फोन पर बोला गया कि यदि आपका सिलेक्शन हेागा, तो कॉल करेंगे। अगले दिन फोन आया कि आपको ऑडिशन राउंड के लिए सिलेक्ट किया जाता है। 17 जून को भोपाल बुलाया गया। वहां रिटेन टेस्ट हुआ, जिसमें जनरल नॉलेज से रिलेटेड क्वेश्चन पूछे गए। इंटरव्यू लिया गया। इसमें सभी मिले जुले सवाल थे। 12 अक्टूबर को फोन आया कि आपका सिलेक्शन हो गया है। आपको 24 अक्टूबर को मुंबई स्टूडियो आना है। वहां पहुंचकर फास्टेस्ट फिंगर फस्र्ट राउंड हुआ। सिलेक्शन के बाद हॉट सीट पर बैठने का मौका मिला।