मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हिन्दी माता का मंदिर है। माता का मंदिर स्थानीय एडवोकेट विजय सिंह चौहान द्वारा स्थापित किया गया है। मंदिर में रोज हिन्दी माता और हिन्दी के प्रख्यात कवियों में शुमार अटल बिहारी वाजपेयी की पूजा की जाती है।
यूएन में हिन्दी में भाषण देने के अटल जी का भी बना मंदिर
1995 में यूएन में हिन्दी में भाषण देकर अटल जी ने पूरे विश्व में हिंदी का मान बढ़ाया। यही नहीं अटल जी ने सदैव हिंदी को आगे बढ़ाने का प्रयास किया। चाहे वो ग्वालियर में बने हिंदी भवन को लेकर उनका योगदान हो, या फिर अपनी कविताओं से करोड़ो युवाओं को हिंदी के लिए प्रेरित करना। इस बात को लेकर विजय सिंह चौहान ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का मंदिर हिन्दी माता के मंदिर के पास बनवाया।
राजनीति के भद्रपुरुष कहे जाने वाले पूर्व पीएम और ग्वालियर के लाड़ले हिन्दी के सदैव जीने वाले लोगों में से हैं। अटल जी का सपना है कि ग्वालियर में हिन्दी भवन का निर्माण हो और उनका शहर हिन्दी के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छुए। हिन्दी भवन के अपने सपने को लेकर वे इतने गंभीर ये है कि निर्माण कार्य में हो रही देरी को लेकर एक बार उन्होंने कहा था कि मेरी मौत के बाद बनेगा क्या हिन्दी भवन।
पे शे से वकील विजय सिंह चौहान ने हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए बहुत काम किया। उन्होंने 20 साल पहले राष्ट्रपति भवन तक रथ यात्रा निकाली। सन् 1995 में विश्व का पहला हिंदी माता मंदिर बनवाया। देशभर में 50 से अधिक हिंदी सम्मेलन कराए व 2100हिंदी सेवियों को सम्मान कराया। हस्ताक्षर अभियान चलाकर एक लाख हिंदी प्रेमियों को जोड़कर राष्ट्रपति के समक्ष पेश किया। ग्वालियर हाईकोर्ट में 80 परसेंट हिंदी का चलन इन्हीं के द्वारा कराया गया।
– विजय सिंह चौहान, अध्यक्ष, अभिभाषक मंच