इस मंदिर अखंड भारत की विचार धारा का है। युवा पीढ़ी को अखंड भारत की विचार धारा से जोडऩे और उन्हें राष्ट्र सेवक बनने के प्रेरणा स्रोत है। महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज दोपहर १ बजे एडीएम शिवराज ङ्क्षसह की ओर से दिए गए जवाब देंगे। गोडसे मंदिर दौलतगंज में रविवार को वीरांगना लक्ष्मीबाई की जयंती पर राष्ट्र सेविका पदमा को सम्मानित किया।
गोडसे पर गुहा की चुप्पी
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर किताबें लिखने वाले रामचन्द्र गुहा उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की मूर्ति स्थापित करने के सवाल पर चुप्पी साध गए। हालांकि सवाल पूछे जाने से पहले वह राजनेताओं को आलसी.. निखट्टू जैसी उपमाओं की बारिश कर दी। आईटीएम यूनिवर्सिटी की ओर से सिटी सेंटर स्थित राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में लेखक एवं विचारक रामचन्द्र गुहा ने आज के नेताओं पर खूब बातें कीं। खूब छीटाकसी भी की, नेताओं को अक्षम, आलसी, निखट्टू भी बताया, लेकिन जैसे ही गोडसे का मुद्दा आया तो उन्होंने चुप्पी साध ली।
मूर्ति विवाद पर वकीलों की राय
राष्ट्रपिता की हत्या करने वाले गोडसे की मूर्ति स्थापित करना लोगों की भावनाओं को आहत करना है। इसलिए शासन इस मामले में शांति भंग की स्थिति न हो इसके लिए निषेधात्मक कार्यवाही कर सकता है।
जितेंद्र शर्मा, कोषाध्यक्ष, बार काउंसिल मध्यप्रदेश
गोडसे पर कोई राष्ट्र दोह का मुकदमा नहीं था, केवल हत्या का मुकदमा था। कानून के तहत स्थापित करने से नहीं रोका जा सकता है। बहस तो इस बात की होनी चाहिए कि नाथूराम ने गांधी जी की हत्या क्यों की।
वीरेंद्र पाल, सचिव, उच्च न्यायालय अभिभाषक संघ
यह कार्य समाज में अशांति फैलाने वाला है गोडसे का महिमा मंडन करने वाले लोगों के खिलाफ जिला प्रशासन कार्यवाही कर सकता है। मप्र सार्वजनिक स्थान अधिनियम 2001 के तहत अवैधानिक होकर दंडनीय है।
प्रेम सिंह भदौरिया, पूर्व अध्यक्ष, हाईकोर्ट अभिभाषक मंच