गलतियां सुधारकर रोज नया सीख भी रहे हैं
नी ने कहा, यह अब तक की सबसे फिट महिला हॉकी टीम है। पिछले कुछ साल में बहुत कुछ बदल गया है। इस बार हमारी टीम में कई अनुभवी खिलाड़ी हैं, जिसके दम पर हम ओलंपिक में पदक की उम्मीद कर सकते हैं। रियो ओलंपिक में हमें अनुभव नहीं था, लेकिन अब हमने बहुत कुछ सीखा है। पिछले दो साल का रिकॉर्ड उठाकर देखें तो भारतीय टीम का प्रदर्शन लगातार सुधरा है, लेकिन हमें कई सुधार करने होंगे। हमारे पास ओलंपिक के लिए अभी समय है, इसलिए हम रोज कुछ नया सीख रहे हैं और गलतियों को सुधार रहे हैं।
ओलंपिक में सबसे तगड़ी टीम के बारे में रानी कहा, देखा जाए तो सभी टीमें सशक्त हैं। किसी भी टीम को कमजोर मनाना हमारे लिए सबसे बड़ी गलती होगी और एक गलती हमें पदक से दूर कर सकती है। इसलिए सभी टीमों के खिलाफ हमारी रणनीति तैयार है। रानी ने कहा, हम भी लगातार अच्छा खेल रहे हैं, लेकिन जीत के लिए भाग्य का साथ भी होना जरूरी है। यदि आपका दिन सही नहीं है तो आपको कोई भी टीम हरा सकती है।
रानी ने कहा, ‘मिशन तोक्यो’ के लिए भारतीय महिला हॉकी खिलाडिय़ों का ‘डाइट प्लान’ है उसी के अनुसार डाइट ले रहे हैं। जंक फूड और मीठा तो फिलहाल मैंने छोड़ रखा है। रानी बताती हैं कि टूर्नामेंट और कैंप के दौरान ही नहीं सभी खिलाड़ी घर पर भी डाइट प्लान ही फॉलो कर रहे हैं। फिटनेस पर सभी खिलाड़ी जोर दे रही हैं।
रानी ने कहा, भारतीय हॉकी टीम में ग्वालियर का योगदान बहुत है। महिला हॉकी एकेडमी ने कई प्रतिभावान हॉकी खिलाड़ी देश को दिए हैं। जो वर्तमान में भारतीय टीम में खेल रही हैं। जिस तरह से देशभर की महिला खिलाडिय़ों को ढूंढकर यहां तराशकर एक बेहतरीन खिलाड़ी बनाया जा रहा है, वह सहरानीय है।