प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जयारोग्य अस्पताल में मंगलवार को देर शाम एक युवक आया जो केवल पेंट पहने था, जिसका एक हाथ कटा हुआ है, वह मानसिक रोगी दिखाई दे रहा था। जिसे कुछ लोग टीनशेड के पास एक खंभे से बांध आए थे। वह रस्सी खोलकर अचानक ट्रॉमा सेंटर में चिल्लाते हुए घुस आया, उसे कुछ लोगों ने भगाना चाहा, लेकिन वह ट्रॉमा सेंटर में अंदर चला गया और एक मरीज को काट लिया। यह देखकर सुरक्षा कर्मियों और वहां मौजूद स्टाफ का गुस्सा उस पर फूट पड़ा, वह उसे पीटते हुए एवं निर्मम तरीके से घसीटते हुए ट्रॉमा सेंटर के बाहर ले गए और एक खंभे से बांध आए। वह चिल्लाता हुआ हाथ जोड़ता रहा, लेकिन किसी ने नहीं छोड़ा।
बताया गया है कि किसी ने घटना का अपने मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, इसकी जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन जागा और सूचना कंपू थाना पुलिस को दी। जेएएच पुलिस चौकी प्रभारी पठान मय पुलिस बल के पहुंचे और उसे खंभे से खुलवाया। उसकी हालत अस्पताल के अधीक्षक डॉ.अशोक मिश्रा ने देखी, उन्होंने मौके पर डॉ. सुनील और अतुल अग्रवाल को बुलाकर, उसका इलाज कराया।
जेएएच अधीक्षक डॉ.मिश्रा के अनुसार उन्होंने पूछताछ की तो उन्हें बताया गया कि ट्रॉमा सेंटर में वह घुस आया था और एक मरीज को काट लिया था। इस परउसे बाहर किया गया। उसे जेएएच में भर्ती करा दिया है। जिस गार्ड ने उसके साथ मारपीट की है उसे सेवा से हटाने के आदेश दिए हैं। उनका कहना था कि उसका इलाज कराया जा रहा है, वह मानसिक रोगी है तो उसे ठीक होने के बाद मानसिक आरोग्यशाला भेजने की कार्रवाई की जाएगी।
मुरैना का रहने वाला युवक जो मानसिक रोगी दिखाई दे रहा है, उसका इलाज मनोचिकित्सक कर रहे हैं। डॉक्टर सुनील अग्रवाल ने कपड़े मंगाकर पहना दिए हैं।