इस दौरान पता चला कि कॉलेज संचालकों ने बड़े स्तर पर ऐसे छात्रों को यूजी और पीजी की विभिन्न सेमेस्टरों की करीब एक दर्जन से अधिक परीक्षाओं में बैठा दिया, जिनके परीक्षा फॉर्म उन्होंने नहीं भरे। मूल्यांकन के बाद इन छात्रों का रिजल्ट जेयू ने रोक दिया, लेकिन जेयू ने कॉलेज संचालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। रिजल्ट के लिए इन छात्रों ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की। इनकी संख्या करीब 600 से 800 के बीच बताई जा रही है।
आज भोपाल में रखेंगे अपना पक्ष
कुलसचिव डॉ. आनंद मिश्रा ने सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को फोर्स क्लोज किए जाने के संबंध में सांख्यिकी अधिकारी प्रदीप शर्मा, डिप्टी रजिस्ट्रार राजीव मिश्रा और डिप्टी रजिस्ट्रार अरुण चौहान की टीम बनाई है। गुरुवार को कुलपति प्रो.संगीता शुक्ला ने टीम की बैठक लेकर शुक्रवार को भोपाल में उच्चशिक्षा विभाग के पीएस और आयुक्त के समक्ष अपना पक्ष मजबूती से रखने के निर्देश दिए। साथ ही संपूर्ण दस्तावेज साथ ले जाने की बात भी कही।
शिकायत का हिसाब
पुर्न: मूल्यांकन से असंतुष्ट शिकायत: 20%
डाक से मार्कशीट भेजी, नहीं मिली: 15%
अंकसूची लेकर कोई जानकारी नहीं दी: 20 %
संशोधन कराना है, लेकिन क्या पता नहीं: 15%
अंकसूची चाहिए, किस वर्ष, विषय की पता नहीं: २०%
स्कॉलरशिप संबंधी मामले: 10%
समीक्षा कर ली गई
सीएम हेल्पलाइन की फोर्स क्लोज शिकायतों की समीक्षा कर ली गई हैं। इनका आंकड़ा इसलिए बढ़ा क्यों कि छात्रों ने समस्या हल हो जाने के बाद उसे क्लोज नहीं किया। शुक्रवार को हमारी टीम भोपाल जाकर अपना जवाब पेश करेगी।
प्रो. संगीता शुक्ला, कुलपति, जेयू