scriptकार्तिक मास शुरू, 1 माह में पड़ेंगे 14 त्योहार | Kartik month begins, 14 festivals will be held in 1 month | Patrika News
ग्वालियर

कार्तिक मास शुरू, 1 माह में पड़ेंगे 14 त्योहार

कार्तिक मास को साल का न सिर्फ सबसे पवित्र महीना माना जाता है

ग्वालियरOct 15, 2019 / 07:00 pm

राजेंद्र ठाकुर

कार्तिक मास शुरू, 1 माह में पड़ेंगे 14 त्योहार

कार्तिक मास शुरू, 1 माह में पड़ेंगे 14 त्योहार

ग्वालियर। शरद पूर्णिमा की विदाई होते ही शहर में शरद की दस्तक हो गई है, दिन का तापमान भले ही अभी भी 35 के पार बना हुआ है, लेकिन शाम के समय ठंडक महसूस होने लगी है। कार्तिक मास को साल का न सिर्फ सबसे पवित्र महीना माना जाता है।, बल्कि शरद ऋतु की शुरुआत भी इसी महीने से मानी जाती है। इस महीने को त्योहारों का महीना भी कहा जाता है। ज्योतिषाचार्य अभिनव विदवांस ने बताया कि कार्तिक मास को वर्ष का (हिंदू पंचांग अनुसार )आठवां महीना माना जाता है । अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से प्राय: अक्टूबर और नवंबर में कार्तिक का आगमन होता है। इस बार कार्तिक माह 14 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 12 नवंबर तक रहेगा। स्कंद पुराण में कार्तिक मास की महाा को बताया गया है कि भगवान विष्णु एवं विष्णु तीर्थ के समान ही कार्तिक मास को श्रेष्ठ और दुर्लभ और कल्याणकारी माना गया है। तुला राशि पर सूर्य के आने के समय कार्तिक मास का प्रारंभ हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि कार्तिक मास में चंद्रमा तथा सूर्य की किरणों का अनुकूल प्रभाव मनुष्य तथा पेड़ पौधों पर पड़ता है, जिससे मनुष्य के जीवन में आनंद की वृद्धि होती है। जो मनुष्य जीवन में सुख शांति तथा परम आनंद चाहता है तथा अपने दुखों से मुक्ति चाहता है उसके लिए कार्तिक मास के स्नान व्रत की महिमा बताई गई है । कार्तिक मास को रोग विनाशक कहा गया है । कार्तिक मास से मौसमी बीमारियों का प्रकोप कम होना शुरू हो जाता है । कार्तिक मास में व्रत करने वाले व्यक्ति को पूरे माह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर भगवान की पूजा करनी चाहिए तथा गीता, श्रीमद् भागवत और रामचरितमानस को श्रवण करना चाहिए। कार्तिकव्रती को गौदान , विष्णु पूजन, अन्नदान ,सत्य ,अहिंसा आदि धर्मों का पालन करना चाहिए। कार्तिक मास की व्रत विधि- कार्तिकव्रती (कार्तिक का व्रत रखने वाला ) को गंगा, विष्णु, शिव तथा सूर्य का स्मरण करते हुए जल में प्रवेश करना चाहिए। उसके बाद जल में खड़े होकर विधि पूर्वक स्नान करना चाहिए।
17 अक्टूबर – करवा चौथ-गुरुवार
21 अक्टूबर – अहोई अष्टमी-सोमवार
24 अक्टूबर – रमा एकादशी व्रत -गुरुवार
25 अक्टूबर – गोवत्स द्वादशी/धनतेरस -शुक्रवार
26 अक्टूबर – रूप चौदस/ -शनिवार
27 अटूबर – दीपावली- रविवार
28 अटूबर – गोवर्धन पूजा/ अन्नकूट-सोमवार
29 अक्टूबर – भाई दूज-मंंगलवार
2 नवंबर – सूर्य षष्ठी/छठ पूजा शनिवार
4 नवंबर – गोपाष्टमी-सोमवार
5 नवंबर – आंवला(अक्षय नवमीं)-मंगलवार
8 नवंबर – देवउठनी ग्यारस-शुक्रवार
11 नवंबर – वैकुंठ चतुर्दशी-सोमवार
12 नवंबर – कार्तिक पूर्णिमा/कार्तिक स्नान समाप्त -मंगलवार
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