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ग्वालियर

एक्शन और कोर वैल्यूज रखें एक जैसे

हर व्यक्ति के पास 24 घंटे का समय ही होता है। आप सही वक्त पर सही काम और प्रायोरिटी वाले काम कितना कर रहे हैं, मायने ये रखता है। आपके एक्शन और कोर वैल्यूज का एक ही दिशा में रहना ज्यादा जरूरी है।

ग्वालियरJun 19, 2019 / 08:30 pm

Harish kushwah

Faculty Development Program

Faculty Development Program

ग्वालियर. हर व्यक्ति के पास 24 घंटे का समय ही होता है। आप सही वक्त पर सही काम और प्रायोरिटी वाले काम कितना कर रहे हैं, मायने ये रखता है। आपके एक्शन और कोर वैल्यूज का एक ही दिशा में रहना ज्यादा जरूरी है। आपको जिस वक्त प्रोडक्टिव होना जरूरी है, लेकिन आप उस तरह से रिजल्ट नहीं दे पा रहे और कहीं न कहीं किसी चीज से डिस्ट्रेक्ट हो रहे हैं तो तय है कि आपके एक्शन और कोर वेल्यूज में एक दिशा में नही है। टाइम मैनेजमेंट के बारे में कुछ ऐसे ही जानकारी दे रही थीं वाराणसी बीएसएल एकेडमी की डायरेक्टर प्रीता साहू, जो आईटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में चल रहे फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम में फैकल्टी को टाइम मैनेजमेंट के बारे में समझा रही थीं। इसके अंतर्गत उन्हें विभिन्न तरीकों से इफेक्टिव टाइम मैनेजमेंट के सही तरीके समझाए।
रिसर्च में बिगेन विथ द एंड का फार्मूला अपनाएं

एबीवी ट्रिपल आईटीएम के डायरेक्टर डॉ एसजी देशमुख ने फ्रे मिंग ऑफ रिसर्च प्रपोजल विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि रिसर्च करते समय आपके माइंड में बिगेन विथ द एंड का फ ार्मूला होना चाहिए। उस रिसर्च के परिणामों को फ ोकस करते हुए शुरुआत करें। एक अच्छी यूनिवर्सिटी होने के लिए जो की-पिलर्स जरूरी है, उसमें से सबसे प्रमुख रिसर्च है। जब देशों को रैंकिंग मिलती है, उसमें भी रिसर्च कंट्रीब्यूशन महत्वपूर्ण होता है। टीचर्स का जितना कांट्रीब्यूशन रिसर्च में रहता है, उससे पता चलता है कि यूनिवर्सिटी कितनी अच्छी है। इस मौके पर डायरेक्टर आईटीएम जीओआई डॉ मीनाक्षी मजूमदार, डीन एकेडेमिक्स डॉ एसएस चौहान, डीएसडब्ल्यू डॉ मनोज मिश्रा, कॉर्डिनेटर डॉ प्रीति सिंह व श्वेताम्बरी शर्मा उपस्थित रहे।
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