तीन शावकों के जन्म होने के बाद चिडिय़ाघर में शावकों की संख्या अब पांच हो गई है। उन्होंने बताया कि इन तीनों शावकों को करीब 40 दिन तक आइसोलेशन में रखा जाएगा। परी को फिलहाल चिकन सूप दूध और उबले हुए अंडे दिए जा रहे हैं। नगर निगर के अधिकारियों ने बताया कि बब्बर शेर जय को 2012 में रायपुर के नंदनवन जू से लाया गया था। अब उसकी उम्र करीब 11 साल हो चुकी है। जबकि शेरनी परी को 2018 में कानन पेंडारी जू बिलासपुर से यहां लाया गया था। उस समय परी की उम्र मात्र चार साल थी। परी पहली बार मां बनी है।