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ग्वालियर

शिकायतों की लिस्ट लंबी, कार्रवाई उदासीनतापूर्ण

महाराज बाड़े पर ही शहर के एक बिल्डर द्वारा अवैध तरीके से बनाई गई इमारत की ओर अधिकारियों ने देखा तक नहीं है। जबकि इसकी रहवासी शिकायत कर चुके हैं

ग्वालियरDec 24, 2019 / 07:00 pm

राजेश श्रीवास्तव

शिकायतों की लिस्ट लंबी, कार्रवाई उदासीनतापूर्ण

शिकायतों की लिस्ट लंबी, कार्रवाई उदासीनतापूर्ण

ग्वालियर. शासकीय जमीनों से कब्जे हटाने के लिए प्रशासन कार्रवाई कर रहा है। इसमें ज्यादातर फोकस मुरार, गोला का मंदिर, हुरावली, सिरोल सहित शहर के अंदरूनी हिस्से में रहा है। लश्कर और झांसी रोड क्षेत्र की जमीनों पर किए अतिक्रमण को हटाने की बजाय उदासीनता अपनाई जा रही है।
खास बात यह है कि महाराज बाड़े पर ही शहर के एक बिल्डर द्वारा अवैध तरीके से बनाई गई इमारत की ओर अधिकारियों ने देखा तक नहीं है। जबकि इसकी रहवासी शिकायत कर चुके हैं और बाड़े की रियासतकालीन सुंदरता को बनाए रखने के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा किए जा रहे प्रयासों में भी यह बाधक बनी है।
गिरवाई
यहां दो दर्जन से अधिक कॉलोनियां बसाई गई हैं। यहां कॉलोनाइजर्स ने पटवारी-आरआइ सहित राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से शासकीय भूमियों पर भी प्लॉट काट दिए हैं। कुछ कॉलोनियों में बसाहट भी हो गई है, अब अगर इन क्षेत्रों में तुड़ाई हुई तो जिन्होंने अपनी जमा पूंजी लगाकर मकान बनाए हैं, उनका नुकसान होगा।
शिवपुरी लिंक रोड
मुख्य मार्ग के किनारे प्रतिष्ठित स्कूल के सामने लगभग आठ बीघा जमीन को कागजों में हेरफेर कर सरकारी से निजी किया गया है। पूर्व में यह जमीन किसी महिला के नाम से थी, जो शासकीय दर्ज हुई थी, बाद में यहां पदस्थ रहे एक आरआइ ने चालबाजी कर शासकीय भूमि को दोबारा से निजी दर्शाकर अपने नजदीकियों के नाम खसरे में दर्ज करवा दिए।
झांसी रोड
विक्की फैक्ट्री से मंशापूर्ण माता मंदिर तक 135 अतिक्रमण हैं। लगभग 50 करोड़ रुपए की यह भूमि सरकारी है और बहुत उपयोगी है। कोर्ट का आदेश होने के बाद भी अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने कभी गंभीरता नहीं दिखाई। सूत्रों की मानें तो इस बेशकीमती जमीन पर कब्जा कराने के लिए बाकायदा गिरोह काम कर रहा है।
पुरानी छावनी
मोतीझील पहाड़ी के नाम से मशहूर और फल मंडी के पीछे स्थित दो पहाडिय़ों पर बसाए गए कृष्णानगर और रहमत नगर पूरी तरह से अवैध हैं। कोर्ट के आदेश के बाद यहां से अतिक्रमण हटाए गए थे, लेकिन बाद में ध्यान न देने पर अब दोगुने मकान बन गए हैं। पहाड़ी की सरकारी जमीन को नजदीकी गांव गंगा मालनपुर के दो लोगों के नाम सामने आए थे, लेकिन इन पर प्रशासनिक स्तर पर सख्ती नहीं अपनाई गई।
कार्रवाई की जाएगी
– शहर में सभी जगह हमारी नजर है, पड़ताल जारी है। कार्रवाई चरणबद्ध तरीके से हो रही है, शासकीय भूमियों पर जहां भी कब्जे हैं, उन्हें हटाने के लिए हम कार्रवाई कर रहे हैं। कोई भी जगह छूटेगी नहीं।
अनुराग चौधरी, कलेक्टर

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