यह खबर भी पढ़ें :
युवती से शादी का झांसा देकर दो साल तक किया दुष्कर्म,गर्भ ठहरा तो दी ऐसी सजा कांप उठेंगे आप सायपुरा निवासी रामौतार तोमर मंगलवार की सुबह साढ़े आठ बजे घास काटकर सड़क पार कर रहे थे। उसी समय एक तेज रफ्तार बाइक ने उनमें टक्कर मार दी, जिससे रामौतार व बाइक सवार दोनों ही घायल हो गए। घायलों को लेकर ग्रामीण पोरसा अस्पताल पहुंचे, लेकिन यहां घायलों का इलाज करने के लिए कोई डॉक्टर नहीं था। जब कोई डाक्टर नहीं पहुंचा तो ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया।
यह खबर भी पढ़ें :
चार महीने पहले हुई थी इस कपल की शादी,महिला ने छत पर चढ़कर लगाई आग,फिर लगा दी छलांग कुछ देर बाद ही टीआई सुनील कुशवाह व तहसीलदार भूपेन्द्र सिंह अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने भी डॉक्टरों को कॉल किया, लेकिन एक घंटे तक भी कोई भी डॉक्टर अस्पताल नहीं पहुंचा। इसी बीच घायल रामौतार तोमर ने दम तोड़ दिया। उधर,दूसरे घायल को तहसीलदार ने एम्बुलेंस के जरिए जिला चिकित्सालय पहुंचा दिया। रामौतार की मौत के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और शव को ट्रॉली में रखकर अस्पताल के सामने ही जाम लगा दिया।
यह खबर भी पढ़ें :
शराब पीकर आए युवकों का महिलाओं ने मुंडन कर पहनाई जूतों की माला फिर निकाली रैली,देखें वीडियो इतने में ही वहां बीएमओ डॉ. नीरज शर्मा पहुंचे। जिस पर आक्रोशित लोगों ने उसके साथ हाथापाई कर दी,लेकिन टीआई के बीच में आने पर लोग शांत हुए पर जााम नहीं खोला। सूचना पाकर एसडीएम उमेश शुक्ला व सीएमएचओ प्रदीप मिश्रा अस्पताल पहुंचे। जिन्होंने ग्रामीणों को समझाइश दी। ग्रामीण सभी डॉक्टरों को निलंबन की मांग कर थे और अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर आक्रोशित थे। सीएमएचओ ने डॉक्टरों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब लगभग डेढ़ घंटे बाद दोपहर ११ बजे लोगों ने जाम खोला।
यह खबर भी पढ़ें :
मध्य प्रदेश के इस शहर में है सबसे ज्यादा शोर, आप इन इलाकों में रहते हैं तो हो जाएं सावधान अस्पताल में है अव्यवस्थाएं हावीअस्पताल में वर्तमान में दो चिकित्सक पदस्थ है डॉ. नीरज शर्मा व डॉ. अर्पित गोयल, लेकिन अर्पित गोयल छुट्टी पर है जिसकी वजह से अब भार डॉ. नीरज शर्मा पर आ गया है। उधर एक महिला चिकित्सक डॉ. शिल्पी शर्मा भी पदस्थ है, लेकिन वे ज्यादातर अनुपस्थित ही रहती हैं। कभी कभार ही अस्पताल पहुंचती है। जिसकी वजह से मरीजों को यहां समुचित इलाज नहीं मिल पाता। आक्रोशित लोगों ने पंचनामा तैयार कर डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग की, वहीं जितनी संख्या में डाक्टरों के पद स्वीकृत है उन्हें भरने की भी मांग की।