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मरीजों के सामने फट गया ऑक्सीजन का सिलेंडर, लोगों में मची अफरा-तफरी प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह करीब 11:30 बजे जब ग्वालियर-दमोह पैसेंजर वहां से गुजरी तभी वह ट्रेन के आगे कूद गया। स्टेशन से छूटने के कारण ट्रेन की रफ्तार अधिक नहीं थी, इस कारण ट्रेन के पायलट ने ब्रेक लगा दिए,जिससे प्रवीण की जान बच गई। हालांकि सिर में गंभीर चोट आईं। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया,जहां उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए ग्वालियर रैफर कर दिया। देर शाम ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में प्रवीण के सिर की हड्डी का ऑपरेशन किया।
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सिंधिया संग बैठक पर उठा सवाल, प्रशासनिक अधिकारियों को भेजे नोटिस हालांकि अभी भी उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। आत्महत्या के प्रयास के कारणों का कोई पता नहीं चल सका है। बताया जाता है, प्रवीण कुछ समय पूर्व तक प्रायवेट स्कूल में टीचर के रूप में कार्य करता था,वर्तमान में उसकी वह जॉब छूट गई थी, इस कारण वह मानसिक रूप से परेशान था, हालांकि वह कुछ अन्य कार्य कर रहा था।