ग्वालियर

कृषि विश्वविद्यालय में एमबीए की बिल्डिंग वर्षों से ताले में बंद

लगभग ढाई करोड़ की लागत से पांच साल पहले बनी थी

ग्वालियरJun 28, 2022 / 06:39 pm

prashant sharma

कृषि विश्वविद्यालय में एमबीए की बिल्डिंग वर्षों से ताले में बंद

ग्वालियर. राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में लगभग ढाई करोड़ की एमबीए की बिल्डिंग वर्षों से ताले में बंद है। इस भवन को बनाने के लिए विश्वविद्यालय को अनुदान मिला था। इसके बाद बिल्डिंग राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि महाविद्यालय में बनाई गई। इस बिल्डिंग को बनाने का उद्देश्य यहां पर कृषि में एमबीए कराया जाना था। लेकिन यह कोर्स शुरू ही नहीं हो सका। इसके बाद अब अभी हाल ही में विश्वविद्यालय द्वारा उष्मायन केन्द्र की स्थापना की गई, लेकिन इस भवन में कोई इंतजाम नहीं होने से इसमें अभी तक ताला ही लगा हुआ है। इस उष्मायन केन्द्र का शुभारंभ केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने 13 फरवरी को उद्घाटन किया था, लेकिन इसे अभी शुरू ही नहीं किया गया है।
उष्मायन केन्द्र में स्टार्टअप होना है शुरू
उष्मायन केन्द्र का उद्देश्य कृषि के क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू करना है। इसके लिए काफी प्रयास भी किए जा रहे हैं। यह बिल्डिंग तैयार नहीं होने से उष्मायन केन्द्र का संचालन विश्वविद्यालय से ही किया जा रहा है, जबकि इसके लिए पूरी बिल्डिंग बनकर तैयार की गई है।
इनका कहना है
कृषि महाविद्यालय में पुरानी एमबीए की बिल्डिंग में उष्मायन केन्द्र खोला जाना है, लेकिन यह भवन तैयार नहीं होने से इसका काम काज विश्वविद्यालय में ही किया जा रहा है।
डॉ सुधीर भदौरिया, प्रभारी उष्मायन केन्द्र
विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति के लिए आवेदन 30 तक
मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत 2022-23 के लिए छात्रवृत्ति आवेदन करने के लिए 30 जून तक लिए जाएंगे। पूर्व में छात्रवृत्ति आवेदन के लिए 20 जून तक निर्धारित की गई थी। दरअसल, पिछड़ा वर्ग विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति शोध उपाधि के बाद शोध उपाधि एवं स्नातकोत्तर उपाधि के लिए दी जाती हैं। इस योजना में अगर किसी अभ्यर्थी ने एमपी स्कॉलरशिप पोर्टल पर पहले से पंजीयन कर लिया है तो पूर्व की आईडी का प्रयोग करके ऑनलाइन आवेदन भर सकते हैं।
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