सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई विभागीय समन्वय एवं समय सीमा प्रकरणों की बैठक में कलेक्टर के अलावा जिला पंचायत सीईओ शिवम वर्मा, अपर कलेक्टर अनूप सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में लंबित प्रकरणों का शतप्रतिशत निराकरण करने पर डबरा एसडीएम जयति सिंह, तहसीलदार शिवानी पांडेय और एनआईसी प्रभारी तृप्ति निगम को स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित करने की बात भी कलेक्टर ने कही। इसके बाद उन्होंने कहा कि आमजन की समस्याओं में लापरवाही किसी भी स्तर पर सहन नहीं की जाएगी, जो भी अधिकारी लापरवाही करेगा उसके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई तय है।
काम में कमी पर होगी सीआर खराब
कलेक्टर ने जिला और विकासखंड स्तरीय विभाग प्रमुखों से कहा है कि सीएम हेल्पलाइन में शिकायतों के निराकरण को सीरियसली लें, अब शासन ने लापरवाह अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। अब अगर सीएम हेल्पलाइन को बिना देखे और परीक्षण किए अग्रेषित किया गया तो गोपनीय चरित्रावली में विपरीत टिप्पणी दर्ज की जाएगी। विभागीय प्रमुख यह भी ध्यान रखें कि उनका काम और सीआर भले ही अच्छा हो, लेकिन उनके अधीनस्थों का काम सही नहीं रहा तो भी टिप्पणी की जाएगी।
इनको मिले नोटिस
सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों का समय पर निराकरण न करने पर कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी, खनिज और सहकारिता विभाग को नोटिस जारी किए हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि बिना अटैेंड किए कोई भी शिकायत एल-2 पर नहीं आनी चाहिए।
विद्यादान जरूर करें अधिकारी
बैठक में विद्यादान योजना की भी चर्चा हुई, कलेक्टर ने सभी से कहा कि स्कूली शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए प्रत्येक अधिकारी अपनी सक्रिय भागीदारी निभाए। जिस अधिकारी ने जो स्कूल चयनित किया है, वहां पढ़ाने जरूर जाएं।
मॉनिटरिंग के जरिए रखें नजर
कलेक्टर ने कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान अपने विभाग की योजना और कार्यक्रमों की मॉनिटरिंग भी करें। इसके साथ ही विभागीय स्तर पर जो काम चल रहे हैं, उनकी भी निगरानी करें। अगर कहीं कोई कमी नजर आए या सुधार की जरूरत हो तो संबंधित अधिकारी को तुरंत बताएं। इसके साथ ही भ्रमण के दौरान स्कूल, होस्टल, अस्पताल आदि का भी अवलोकन करें ताकि योजनाओं को और बेहतर तरीके से क्रियान्व्ति किया जा सके।