आदित्यपुरम फेज टू महाराजपुरा में बुधवार सुबह मकरेंद तोर की बेटी पर ी (11) सुबह अध्र्य देने के लिए छत पर गई थी। वहां उसे करंट लग गया। मकरंद सीआरपीएफ में जवान हैं । उनकी पोस्टिंग कश्मीर में हैं । बुधवार सुबह ही घर आए थे। परी छठवीं की छात्रा थी। रोज सुबह नहाकर सूर्य को अध्र्य देती थी। बुधवार सुबह भी इसीलिए छत पर गई थी । उस वक्त घर में पिता मकरंद, मां गुड्डी और छोटा भाई अंश नीचे थे। मां ने उसके ळिए नाश्ते में पास्ता बनाया था। परी नहाकर नाश्ता करने आई तो मां ने कहा कि फाटफर सूर्य को अध्र्य दे आओ फिर नाश्ता कर लेना। परी लोटा लेकर छत पर चली गई। काफी देर तक नहीं लौटी तो माता-््पिता को चिंता हुई ।उसे नीचे उतरने के लिए आवाज लगाई लेकिन परी ने जवाब नहीं दिया तो उसे देखने के लिए छत पर गए । वहां बेटी छत पर बिजली के तारों के पास पड़ी मिली।
आदित्य नगर फेस-2 में हुई मासूम परी की मौत के बाद गुस्साए परिजन व क्षेत्रीय लोगों ने डीडी नगर के गेट पर जाम लगा दिया। हादसे के लिए बिजली कंपनी को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना था बिजली कंपनी ने कॉलोनी में मीटर लगाए हैं, लेकिन कनेक्शन नहीं दिए। पूरी कॉलोनी में एलटी लाइन पर केबल नहीं है। लोग बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन करते हैं तो विद्युत विभाग कॉलोनी को अवैध बताकर टाल देता है। आवेदक से कहा जाता है कि तुम एलटी लाइन से तार डालकर लाइट जलाओ। पूरी कॉलोनी में यही हालत है, यहां रहने वालों को मजबूरी में एलटी लाइन से सीधे तार डालकर कनेक्शन लेना पड़े है। बुधवार सुबह हादसा सीधे तार के कनेक्शन से हुआ है। अगर बिजली कंपनी एलटी लाइन पर केबल कर यहां रहने वालों को स्थाई कनेक्शन देती तो हादसा नहीं होता।
श्रवण कुमार सिंह का कहना था कॉलोनी में ज्यादातर लोग सेना और सीआरपीएफ में पदस्थ हैं। उनकी पोस्टिंग शहर के बाहर है। आए दिन महिलाएं और बच्चे नसेनी और प्लास लेकर सीधे ट्रांसफार्मर और एलटी लाइन से तार जोड़ते हैं। कॉलोनी में लगे ट्रांसफार्मर से करीब 3 हजार से ज्यादा सीधे कनेक्शन के तार जुड़े हैं। कॉलोनी की तमाम गलियों में एलटी लाइन से तारों से गुच्छा पड़ा है। चक्काजाम खुलवाने के लिए एसडीएम मौके पर पहुंची तो लोगों ने समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा।
पिता के साथ घूमने की तमन्ना
मकरंद से बेटी परी की कुछ दिन पहले ही बात हुई थी, तब उसने पिता से कहा था कि छुट्टी लेकर आ जाओ, फिर घूमने चलेंगे। मकरंद भी बेटी परी और बेटे अंश के साथ समय बिताने को लेकर उत्साहित थे, लेकिन घर पहुंचने के कुछ घंटे बाद ही बेटी परी हमेशा के लिए छोडकऱ चली गई।
आदित्यपुरम फेस-टू में 11 साल की परी तोमर की मौत के पीछे मुख्य वजह बिजली कंपनी के अधिकारी और कॉलोनाइजर हैं। कॉलोनी बनाए जाने के बाद ही बिजली सप्लाई लाइन सिस्टम तैयार किया जाना था। कॉलोनाइजर ने बिना बिजली सप्लाई लाइन बिछाए कॉलोनी में प्लॉटिंग की। बिजली अफसरों ने भी डेवलपमेंट चार्ज जमा करकर बिना सप्लाई लाइन के उपभोक्ताओं को सीधे ट्रांसफार्मर से तार डालने की खुली छूट दे दी। यही लापरवाही मौत की वजह बनी है।
इस कॉलोनी की बसाहट करीब दस से 12 साल में हुई। बिजली कंपनी के नियमानुसार इस क्षेत्र में कॉलोनी बनाए जाने के दौरान बिजली सप्लाई सिस्टम तैयार किया जाना था। बिजली कंपनी सप्लाई लाइन बिछाती इसकी कीमत कॉलोनाइजर को देनी थी। यहां कॉलोनाइजर ने सिस्टम बिछाए जाने को लेकर पैसा जमा नहीं किया।
करीब 30 लाख खर्च में बिछेगी सप्लाई लाइन: इस क्षेत्र में बिजली सप्लाई लाइन पर करीब तीस लाख से अधिक खर्च आना है। क्षेत्र में बिजली सप्लाई सिस्टम न होने पर बीते दिनों प्रदेश के मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर ने जानकारी मांगी है। इस पर बिजली अफसरों ने सप्लाई लाइन बिछाए जाने का प्रोजेक्ट तैयार भी किया था। इस क्षेत्र में बिजली सप्लाई लाइन बिछाए जाने में करीब 30 लाख से अधिक का खर्च आएगा।
यह थी मांग
चक्काजाम करने वालों की मांग थी कि बिजली कंपनी के अधिकारी मौके पर आएं, लोगों की परेशानी को समझें और कॉलोनी वालों को सलीके से कनेक्शन देने का इंतजाम कराएं। कॉलोनी में रहने वाले संपति कर, बिजली का बिल चुकाते हैं, कॉलोनी में पानी, सडक़ का इंतजाम नगर निगम ने किया है तो फिर कॉलोनी को बिजली विभाग अवैध क्यों बता रहा है।
एक ट्रांसफार्मर पर सैकड़ों परिवार का बिजली लोड
इस क्षेत्र में एक ट्रांसफार्मर रखा हुआ है। इस ट्रांसफार्मर को पूर्व में निजी स्कूल द्वारा स्वयं खर्च पर रखवाया गया था, जब क्षेत्रीय लोगों ने कटिया डालकर बिजली जलाना शुरू कर दी। लोगों के बढ़ते लोड से परेशान होकर निजी स्कूल संचालक ने ट्रांसफार्मर की राशि विड्रॉल की और नया ट्रांसफार्मर अपने स्कूल परिसर में रखवा लिया। ऐसे में ये ट्रांसफार्मर बिजली कंपनी का हो गया। इधर बिजली कं पनी लोगों को कनेक्शन देती गई उधर लोगों ने इसी ट्रांसफार्मर से सीधे तार डालकर बिजली जलाना शुरू कर दी।
आदित्यपुरम फेस टू कालोनी अवैध है। पूर्व में डबलपमेंट चार्ज लेकर कनेक्शन दिए गए थे। सप्लाई लाइन बिछाए जाने के लिए पत्र लिखे भी गए हैं।
अरूण शर्मा, उप महाप्रबंधक, इस्ट डिवीजन, मक्षेविविकंलि
बिजली पोल में दौड़ा करंट, दो गाय एक सांड की मौत: शहर के चौरसिया कालोनी और विनय नगर में करंट लगने से गाय की मौत हो गई। इधर विनय नगर सेक्टर 3 में करंट लगने से एक सांड की मौत हो गई। इधर लधेड़ी में भी गाय चिपक गई। ये सूचना पर बिजली सप्लाई बंद कर दी, जिससे उसकी जान बच गई।