कोरोना काल में लगभग पांच महीने से शिशु रोग के साथ मेडिसिन और अन्य विभाग के मरीजों को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा था। ऐसे मरीजों को केवल ओपीडी में दिखाकर घर भेज दिया जाता था, लेकिन अब यह नई सुविधा मिलने से मरीजों को फायदा मिलेगा।
डॉ. डीके शर्मा, सिविल सर्जन