प्रदर्शनकारी जब मुरैना सांसद अनूप मिश्रा के घर सिंधी कॉलोनी पहुंचे तो पुलिस ने भीड़ को गली के बाहर ही रोक दिया। नारेबाजी की आवाज सुनकर अनूप मिश्रा बाहर आए और उन्होंने सभी को घर बुलाया और समोसे खिलाए। मिश्रा ने प्रदर्शनकारियों को उनकी बात दिल्ली तक पहुंचाने का आश्वासन भी दिया। इसी प्रकार मेला ग्राउंड में प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने बेरिकेट लगा दिए थे। बाद प्रभात झा ने गेट पर आकर धिक्कार पत्र लेकर कहा कि सभी को अपनी बात संविधानिक तरीके से रखने का हक है। जबकि सभा स्थल पर आने से पहले ही मेला गेट पर पूर्व केबिनेट मंत्री ध्यानेन्द्र सिंह मामा और बालेंदु शुक्ल वापस जाओ के नारे लगाए गए। इन दोनों नेताओं को भीड़ ने अंदर नहीं आने दिया तो वे वापस चले गए और प्रदर्शन समाप्त होने के बाद बैठक में शामिल होने दोबारा आए। बाद में प्रभात झा ने कहा कि यह विरोध कांगे्रस द्वारा कराया जा रहा है, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि वे एट्रोसिटी एक्ट के खिलाफ हैं या समर्थन में हैं, तो उन्होंने कहा कि एक्ट में बदलाव का सवाल अकेले मुझसे नहीं किया जाना चाहिए। विरोध की स्थिति को देखते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक का बहाना करके ग्वालियर नहीं आए। भाजपा सूत्रों का कहना है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी मध्यप्रदेश का दौरा कैंसिल कर दिया गया है।