ग्वालियर दक्षिण विधानसभा
यहां कांग्रेस और भाजपा में असली मुकाबला है। कांग्रेस से टिकट के दावेदार एक दूसरे की टांग खींचने में लगे हैं। किसी का घरेलू झगड़ा, महिला थाने तक पहुंचा मारपीट कामामला उठाया जा रहा है, वहीं कोईदूसरे के घोटालों की फेहरिस्त तैयार कर रहा है। इसी प्रकार भाजपा में टिकट की दौड़ में शामिल दावेदार के बंगला लीज का मामला हो या शराब का कारोबार, उसकी सूची तैयार हुई है, तो दूसरे नेता की सजातीय भाइयों को फायदा पहुंचाने और जनता से उनकी नाराजगी का मामला सामने लाकर खुद को प्रबल दावेदार बता रहे हैं।
ग्वालियर पूर्व विधानसभा
यहां भाजपा के दावेदारों में अभी हाल ही में हुए एक कार्यक्रम में मची भगदड़ और उनका जनता से सीधा संवाद न होने को इश्यू बनाया जा रहा है, तो दूसरे के आपराधिक रेकॉर्ड एवं रेत और डंपर के खेल को हाईकमान के सामने पेश किया जा रहा है। कांग्रेस में कई बार टिकट मिलने के बाद भी दावेदार को जीत न मिलने का मुद्दा सामने लाया गया है, वहीं दूसरे का बुजुर्ग होना और आंदोलन में बीमार पड़ जाना, याददाश्त कमजोर होने को मुद्दा बनाया जा रहा है।
ग्वालियर विधानसभा
यहां भाजपा के दावेदार की कार्यकर्ताओं और जनता से खराब बोलचाल और कडक़ मिजाज को सामने लाया गया है, जबकि दूसरे का ऑडियो वायरल होने का मामला और उनके शराब के कारोबार को इश्यू बनाकर ऊपर तक पहुंचाया गया है। कांग्रेस में दोनों दावेदार एक दूसरे को कमजोर बताकर मैदान में उतरना चाहते हैं। इनके बीच कई बार हाथापाई भी हो चुकी है, इसलिए कोई तीसरा फायदा उठाने के जुगत में है।
ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा
यहां भाजपा के दावेदार का पैसे लेकर थानों में मनपसंद टीआइ बैठाने का मामला हो, या खदान व्यवसाय से जुड़ा मामला, हाईकमान के सामने पेश किया जा रहा है। जबकि दूसरे की कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ न बताकरटिकट न देने की बात की जा रही है। कांग्रेस में दावेदारी कर रहे नेता का आपराधिक रेकॉर्ड और जमीन कारोबार के झगड़े को उजागर किया गया है। दूसरे दावेदार की जनता में पकड़ न होने का हवाला देकर उन्हें टिकट न देने की बात कही जा रही है।