जानकारी के मुताबिक एमपी आईडीसी ने यहां नए उद्यमियों को लाने के लिए ग्राउंड वर्क पूरा कर लिया है। आचार संहिता हटते ही वर्कशॉप का आयोजन प्रारंभ कर दिया जाएगा। अलग-अलग जगहों के औद्योगिक एसोसिएशन से चर्चा करके इसके लिए मदद ली जा रही है। नए उद्यमियों को ग्वालियर के आसपास की उद्योगों की अनुकूलता, भूमि, राज्य सरकार की सुविधाओं आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी।
सीतापुर औद्योगिक क्षेत्र : बानमोर से आगे सीतापुर औद्योगिक क्षेत्र बसाया गया है। कुल 200 हैक्टेयर जमीन पर 100 करोड़ की लागत से यहां नए उद्योगों के लिए सभी सुविधाएं जुटाई गई हैं।
पिपरसेवा औद्योगिक क्षेत्र : शनिचरा मंदिर से 10 किमी पहले पिपरसेवा औद्योगिक क्षेत्र बनाया गया है। 80 हैक्टेयर भूमि पर इसे 50 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है।
गारमेंट पार्क : हजीरा के मल्लगढ़ा के पास 10 हैक्टेयर जमीन पर 20 करोड़ खर्च कर 254 छोटे-बड़े प्लॉट काटकर गारमेंट पार्क तैयार किया गया था।
पिछले कुछ समय में यहां कई यूनिट्स बंद हो चुकी हैं। इन बंद पड़ी यूनिट्स में इन नए उद्यमियों को जमीन दी जाएगी। इसके साथ ही एमपी आईडीसी के सीतापुर, पिपरसेवा औद्योगिक क्षेत्र और गारमेंट पार्क के बारे में भी उन्हें जानकारी दी जाएगी।
देश के अलग-अलग शहरों से नए उद्यमियों को यहां आमंत्रित करने के लिए वहां वर्कशॉप आयोजित की जाएंगी। वर्कशॉप में ग्वालियर में उद्योग लगाने के लाभ बताए जाएंगे। इसके लिए ग्राउंड वर्क पूरा कर लिया गया है, अभी आचार संहिता लगी है इसके हटते ही नई पहल को प्रारंभ किया किया जाएगा।