फिटनेस के लिए तीन चीजें जरूरी
प्रो. कमलेश ने बताया कि फिटनेस के लिए तीन चीजें जरूरी हैं। पहला अपने अंदर स्ट्रेंथ पैदा करें। इसके लिए आपको अपने मसल्स और ज्वॉइंट्स को मजबूत बनाना होगा। आप पुशअप लगाए, डंड-बैठक करें। दौड़ लगाए। दूसरा है ब्लड सर्कुलेशन का सही रखना। इसके लिए आप एरोबिक करें। जॉगिंग और स्वीमिंग करें। तीसरा है फ्लैक्सिबिलिटी। इसके लिए स्ट्रेचिंग करें। योग के सभी आसन करें।
हेल्थ से तात्पर्य स्वस्थ विचार और स्वस्थ दिमाग
स्पीकर के रूप में उपस्थित कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस महाराष्ट्र के कुलपति वेद प्रकाश मिश्रा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य हम सबका मौलिक अधिकार है। यह हमारा संवैधानिक अधिकार भी है। हेल्थ से तात्पर्य सिर्फ स्वस्थ शरीर से नहीं है, इसके लिए स्वस्थ इमोशन, स्वस्थ विचार, स्वस्थ दिमाग के साथ सम्पूर्णता को प्राप्त करना भी जरूरी है।
पॉजिटिव सोच के साथ आगे बढ़ें
प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा कि आज हमे सकारात्मक सोच, सकारात्मक वातावरण, सकारात्मक व्यवहार की आवश्यकता है। यह सभी बातें एक इंस्टीट्यूट को पॉजिटिव डायरेक्शन की ओर ले जाती हैं। जब कोई संस्थान सकारात्मक दिशा की ओर बढ़ेगा तो देश सकारात्मकता की ओर अग्रसर होगा। प्रो. डुरेहा ने कहा कि मुझे फक्र महसूस हो रहा है कि मैंने इसी संस्थान से शिक्षा ग्रहण की और इसी में बोलने का अवसर मिल रहा है।
खेत जोता, पढऩे के लिए कई किमी पैदल चला, फीस जमा करने मां ने जेवर गिरवी रखे, तब बना पाया खुद की पहचान
आगरा के समीप जेतपुर कना गांव बिलांग करता हूं। वहां से भिंड आकर पढ़ाई किया करता था। पिता किसान थे। मैं भी उनके साथ हल चलाया करता था। लेकिन मेरे अंदर पढऩे और खेलने का भी जुनून था। पढऩे के लिए पैसे नहीं थे, तो मां ने एक-एक कर अपने गहने बेच दिए। 1970 में जब मैं कामनवेल्थ गे सिलेक्ट हुआ, तो फेडरेशन की 2000 फीस भरने के लिए मां को जेवर और गेहूं बेचने पड़े। लेकिन मैंने उनकी मेहनत को बेकार नहीं जाने दिया। मैंने कॉमनवेल्थ गेम एथलीट में इंडिया एशिया में हमेशा गोल्ड मेडल लेकर आया। यह कहना है अर्जुन अवार्डी व डेकाथलॉन में 10 गोल्ड मेडल जीतने वाले विजय सिंह चौहान का। उन्हें आयरन मैन ऑफ एशिया भी कहा जाता है।
युवाओं को खेल से जोडऩा होगा
उन्होंने बताया कि हमारे देश की आबादी में 60 परसेंट युवा हैं, जो विश्व में किसी भी देश में नहीं हैं। इन्हें हमें रचनात्मक और सकारात्मक कार्यों में लगाना होगा। इनका सेहतमंद होना भी जरूरी है। इसके लिए उन्हें खेल की ओर मोडऩा होगा। इससे वह स्वस्थ रहेंगे, तो नए भारत का निर्माण भी कर सकेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि इस युवा शक्ति को सकारात्मक दिशा की ओर ले जाने मे सफ ल नहीं हुए, तो हमारा देश भी सीरिया, अफ गानिस्तान, ईराक आदि देशों की श्रेणी में शामिल हो जाएगा, जो कि नकारात्मक ऊर्जा के कारण ही विनाश की ओर अग्रसर है।
यूपी में 74 स्टेडियम, 67 मल्टीपरपज हॉल
विजय सिंह चौहान ने बताया कि कुछ समय पहले तक यूपी में 10 स्टेडियम, 1 मल्टीपरपज हॉल और 1 स्वीमिंग पुल हुआ करते थे। लेकिन आज 75 जिलों में 74 स्टेडियम, 67 मल्टीपरपज हॉल, 38 स्वीमिंग पुल और 3 स्पोट्र्स कॉलेज हैं। साथ ही 3 नए स्पोट्र्स कॉलेज तैयार हो रहे हैं। हर प्रदेश को युद्धस्तर पर खेल के प्रति रुझान बढ़ाना होगा।
विजय सिंह चौहान, अर्जुन अवार्डी एवं पूर्व स्पोट्र्स डायरेक्टर यूपी