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ग्वालियर

नेशनल सेमिनार: जमीनी स्तर पर लागू करें अच्छी शिक्षा प्रणाली

ग्वालियर। विश्व में सबसे अच्छी शिक्षा प्रणाली भारत में हैं लेकिन भारत में इसको जमीनी स्तर पर लागू नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण देश में बेरोजगारी व अशिक्षा बढ़ रही है। वहीं तकनीक पर लगातार बढ़ती जा रही निर्भरता के कारण कई देशों को साइबर हमलों की चिंता भी होने लगी है। साइबर […]

ग्वालियरApr 14, 2016 / 05:03 pm

Gaurav Sen

national seminar

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ग्वालियर। विश्व में सबसे अच्छी शिक्षा प्रणाली भारत में हैं लेकिन भारत में इसको जमीनी स्तर पर लागू नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण देश में बेरोजगारी व अशिक्षा बढ़ रही है। वहीं तकनीक पर लगातार बढ़ती जा रही निर्भरता के कारण कई देशों को साइबर हमलों की चिंता भी होने लगी है। साइबर क्राइम में तकनीकी तरीकों से हमले किए जाते है। जिसमें कई बार वायरसों की सहायता से वेबसाइट को ठप कर दी जाती है और महत्वपूर्ण जानकारियां चोरी कर ली जाती है। इससे बचने के लिए कड़े कदम और कानून बनाने होंगे। यह बात मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित पूर्व सिग्नल अधिकारी भारतीन सेना के लेफ्टिनेंट जनरल डॉ.एसपी कोचर ने स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहा। मौका था एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में आयोजित भारत में संचार, नेटवर्क और साइबर सुरक्षा के प्रति मौजूदा रूझान और भविष्य की संभावनाओं पर नेशनल सेमिनार का। 

सोशल नेटवर्किग आज की जरूरत
सेमिनार में कुलपति वीके शर्मा ने प्रतिभागियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि संचार माध्यम के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सबसे पहले इमेल की शुरुआत 1971 में हुई। जिसमें रे टॉमलिंसन ने लव यू एंड मिस यू का संदेश अपनी पत्नी को दिया और जबाब में आया कि इट्स कूल। आज 21वीं सदी में युवा सोशल नेटवर्किंग साइट्स के बिना नहीं रह सकता है। आज संचार माध्यम से ज्ञान प्राप्त करना और लोगों कि प्रतिक्रिया हासिल करना दोनों ही सरल हो गया है।

असफलता से भयभीत नहीं हो
आईआईटी नई दिल्ली के प्रोफेसर एचएम गुप्ता ने कहा कि स्टूडेंट्स असफलता से भयभीत होकर प्रयास करना छोड़ देते है। उन्हें तब तक कोशिश करते रहना चाहिए जब तक सफल ने हो जाए। इस समाज को ऐसे व्यक्तियों की आवश्यकता है जो विचारों को टेक्नोलॉजी में बदल सकें। इलाहाबाद के प्रो. एमएस गोर ने स्मार्ट इलेक्ट्रक ग्रिड के क्षेत्र में चल रहे शोधकार्य पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम में डाटा माइनिंग, ई-कोमर्स, हाइब्रिड एसीओ-पीएसओ आदि पर शोधपत्र प्रस्तुत किए। 
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