12 साल की उम्र में मैंने लिखी बुक लेखक केविन मिस्सला ने अपनी पुस्तक ‘नरसिम्हा’ पर अपने विचार दिए। उन्होंने बताया कि मैंने 12 वर्ष की उम्र में लिखने की शुरुआत की और 14 साल की उम्र में इसे पूरा कर लिया। मुझे बचपन से ही लिखने का शौक था, जिसे मैंने पैशन बनाया और आज कई पुस्तकें लिखकर भी और अच्छा लिखने के लिए प्रयासरत हूं।
35 बार प्रकाशकों ने लौटाई पुस्तक आदित्य शर्मा ने ‘द चैम्प्स ऑफ देवगढ़’ उपन्यास के बारे में बताया कि मेरे द्वारा यथार्थ पर आधारित इस उपन्यास को पहले किसी ने पसंद नहीं किया। प्रकाशकों ने 35 बार इसे वापस लौटा दिया। परंतु जब यह पुस्तक छपी तो बहुत बिकी। प्रकाशक अब इसके अगले भाग के इंतजार में हैं।