बसों में बैठाने-उतारने में लापरवाही
स्कूल से छुट्टी के बाद बच्चे मनमर्जी से बस में चढ़ते और उतरते हैं। साथ ही बस के आसपास दोस्तों के शरारत करते हैं, जिससे बच्चों को चोट लगने की संभावना प्रबल रहती है। छात्रों को सुरक्षित तरीके से बस में चढ़ाने-उतारने के कार्य में स्कूल स्टाफ लापरवाह बना हुआ है।
पुलिस ने बरती कोताही
स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा को लेकर जिला शिक्षा विभाग, पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन ने बीते साल एक राय होकर स्कूलों में नियमावली तैयार की थी, जिसमें छात्रों के आवागमन से लेकर क्लास तक सुरक्षा व्यवस्था पर मंथन किया था। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने स्कूल के स्टाफ का वेरीफिकेशन कराए जाने को लेकर उनके दस्तावेज थाने में जमा कराए। सूत्र बताते हैं इसमें पुलिस ने कोताही बरती है।
जब कोई हादसा होता है तब प्रशासन गंभीरता दिखाता है। इसके बाद पुन: गहरी नींद में चला जाता है। पुलिस वेरीफिकेशन के नाम पर दिखावा हुआ है जो छात्रों की सुरक्षा पर सवाल है।
सुधीर सप्रा, अध्यक्ष, पेरेंट्स एसोसिएशन
& अब तक कितने स्कूलों का पुलिस वेरीफिकेशन किया है, जानकारी जुटाई जाएगी। जहां वेरीफिकेशन नहीं कराया गया है, एेसे स्कूलों को सचेत किया जाएगा।
आरएन नीखरा, जिला शिक्षा अधिकारी मैंने स्कूल स्टाफ के सारे कागजी दस्तावेज पुलिस को उपलब्ध करा दिए थे। इसके बाद पुलिस ने वेरीफिकेशन किया या नहीं, इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है।
विनय गुप्ता, निजी स्कूल संचालक