स्टूडेंट्स वैभवी सिंघल ने कहा कि हमारे सामने कई घटनाएं होती हैं। हम तो वहां से निकल जाते हैं, लेकिन लोगों को वीडियो बनाते जरूर देखते हैं। लेकिन अब हम मदद के लिए रुकेंगे। शेजल पवार ने कहा कि हमारे पैरेंट्स का कहना है कि ऐसी जगहों पर हमें नहीं रुकना चाहिए, लेकिन अब हम उन्हें अवेयर करेंगे।
स्टूडेंट दीप तोमर ने कहा कि हम भी जब टीवी या मोबाइल पर उक्त घटना का वीडियो देखते हैं, तो बहुत क्रोध आता है कि इतने लोगों की भीड़ में व्यक्ति कितना कराहता है और लोग उसका वीडियो बनाने में मशगूल रहते हैं। रूचि तोमर ने कहा कि अब हम किसी भी घटना को अनदेखा नहीं करेंगे। मदद के लिए आगे आएंगे।