जानकारी के मुताबिक बामौरकलां निवासी सुरेन्द्र जैन जो कि व्यापारी हैं, का फेसबुक मैसेेंजर पर आईडी है। इसी रजिस्टर्ड आईडी से शनिवार की सुबह करीब 10 बजे सुरेन्द्र के रिश्तेदारों सहित मित्रों के पास मैसेज आय, जिसमें मैसेज करने वाले ने बताया कि उसे 10 हजार रुपए की अर्जेंट आवश्यकता है और वह यह पैसे शाम को वापस कर देगा। इस पूरे मामले में खास बात यह रही कि सुरेन्द्र के एक मित्र जिसके पास यह मैसेज आया था, वह तो समझ गया कि मामला कुछ गड़बड़ है, इसलिए उसने सुरेन्द्र को फोन लगाकर पूछताछ की कि उसको पैसों की जरूरत है क्या और इस संबंध में उसने कोई मैसेज फेसबुक पर किया है क्या ?, इस पर सुरेन्द्र ने ऐसा कोई मैसेज करने से मना करते हुए पैसो की मांग न करने की बात कही। इसके बाद मित्र ने सुरेन्द्र को समझाया कि शायद उसकी आईडी किसी ठग ने हैक कर ली है और वह अपने मिलने वालों को बता दें कि अगर उनके पास ऐसा कोई मैसेज आए तो वह पैसे न दे। इसके कुछ देर बाद सुरेन्द्र के ललितपुर उप्र में रहने वाले जीजा मनीष जैन ने उस संदेश पर विश्वास करते हुए ठग के खाते में ऑनलाइन 10 हजार रुपए जमा करा दिए। इसके बाद वह आईडी कुछ देर बाद ब्लॉक हो गई। पूरी घटना के बाद सुरेन्द्र ने मामले की शिकायत बामौरकलां थाने में की है। इधर पुलिस का कहना है कि इन घटनाओं से बचने का सिर्फ सावधानी ही एक मात्रतरीका है। बाद में जब मामले की जांच होती है तो घटना को अंजाम देने वाला दूसरे प्रदेश का होता है और उसका खाता सहित फोन नंबर व अन्य सभी चीजे फर्जी होती हंै। इस कारण से इन लोगों को आसानी से पकड़ा भी नही जा सकता।
ऐसे हो रही ऑनलाइन ठगी
यहां बता दें कि अज्ञात ठग ऑनलाइन तरीके से विभिन्न माध्यमों से लोगों को ठगने का काम कर रहे हंै। पहले यह ठगी की घटनाएं एटीएम का पासवर्ड पूछकर होती थीं, लेकिन अब किसी भी प्रतियोगिता में भाग लेने की लिंक भेजकर, फेसबुक मैसेंजर, गूगल पे, फोन पे आदि माध्यमों की फर्जीलिंक भेजकर भी आम उपभोक्ताओं के साथ ठगी हो रही है। बड़ी बात यह है कि पुलिस इन मामलों में कोई ठोस कार्रवाई कर इन आरोपियोंं को नहीं पकड़ती जिससे दिनों-दिन इन घटनाओं की संख्या बढ़ती जा रही है।