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ग्वालियर

बिना नौकरी 8 कर्मचारियों का निकाल रहे थे वेतन

शहर के वार्ड 55में निगमायुक्त ने औचक निरीक्षण में आउटसोर्स कर्मचारियों के नाम पर हो रहा फर्जीवाड़े को पकड़ा। यहां 8 कर्मचारियों के हाजिरी रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज थी लेकिन जब इन्हें बुलाया गया तो पता चला कि यह तो नौकरी पर हैं ही नहीं और इनका वेतन निकाला जा रहा था। मामले में निगमायुक्त ने डब्ल्यूएचओ को निलंबित कर दिया और जेडओ व सहायक स्वास्थ्य अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।

ग्वालियरNov 11, 2019 / 09:34 pm

Vikash Tripathi


निगमायुक्त संदीप माकिन और अपर आयुक्त नरोत्तम भार्गव सुबह बिना किसी को सूचना दिए वार्ड ५५ में पहुंचे। यहां उन्होंने निगम कार्यालय में हाजिरी रजिस्टर जांचा। रजिस्टर में जो कर्मचारी उपस्थित थे लेकिन वह मौजूद नहीं थे। इस पर निगमायुक्त ने उनके संबंध में जानकारी मांगी तो डब्ल्यूएचओ महेंद्र खरे ने कहा कि ये कर्मचारी दरअसल हैं ही नहीं और इनका वेतन उनके द्वारा ही निकाला जा रहा है। करीब डेढ़ साल से हर महीने इन कर्मचारियों का वेतन निकाला जा रहा था। निगमायुक्त ने वार्ड हेल्थ ऑफिसर महेन्द्र खरे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर अभी तक जो भी पैसा निकाला गया है उसकी रिकवरी के आदेश दिए।

जेडओ और सहायक स्वास्थ्य अधिकारी को सिर्फ नोटिस
कर्मचारियों के नाम पर किए जा रहे फर्जीवाड़े में अधिकारियों ने जेडओ और सहायक स्वास्थ्य अधिकारी को बचाने की कोशिश की है। यही कारण है कि मामले में जेडओ राजू गोयल और सहायक स्वास्थ्य अधिकारी को सिर्फ नोटिस जारी कर खानापूर्ति की गई है।

मंत्री ने भी कही थी सत्यापन की बात
शहर में आउटसोर्स और नियमित मिलाकर करीब ३५०० कर्मचारी हैं इसके बावजूद सफाई व्यवस्था बदहाल है। इसको लेकर मंत्री जयवर्धन सिंह ने भी बैठक के दौरान निगम अधिकारियों से कहा कि ऐसा नहीं हो सकता है कि इतने कर्मचारी होने के बावजूद सफाई नहीं हो। इसमें कहीं न कहीं गड़बड़ी है। शहर की बात करें तो यह सिर्फ एक मामला आया है इस तरह के कई मामले हो सकते हैं। शहर में लगभग १ हजार आउससोर्स सफाईकर्मी हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।

इनके नाम से निकल रहा वेतन
निगम कर्मचारियों द्वारा जिन ८ आउटसोर्स कर्मचारियों के नाम पर वेतन निकाला जा रहा था उसमें मनीष पुत्र पुरुषोत्तम, संजय पुत्र नारायण, शनि पुत्र बटकन लाल, मधु पत्नी विनोद , बैजनाथ पुत्र शंकर, राहुल पुत्र मनोज, सुरेंद्र पुत्र किशन एवं अमन पुत्र अशर्फीलाल शामिल हैं।
औचक निरीक्षण में आउटसोर्स कर्मचारियों का फर्जीवाडा मिला है। वार्ड हेल्थ ऑफिसर को निलंबित कर पैसे की वसूली करने के निर्देश दिए हैं। मामले में जेडओ और एएचओ को भी नोटिस दिए हैं अगर इनकी संलिप्ता होगी तो इन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
संदीप माकिन, निगमायुक्त

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