108 एंबुलेंस सेवा को चलाने का जिम्मा जिगित्सा हेल्थ केयर कंपनी का है, लेकिन कंपनी न तो वाहनों के मेंटेनेंस पर ध्यान दे रही है, न ही इनमें उपकरण व दवाएं उपलब्ध कराने पर। स्थिति यह है कि गाडिय़ों में बीपी इंस्टूमेंट, ग्लूकोमीटर और व्हील चेयर जैसे उपकरण तक नहीं है। डीआरपी लाइन की एंबुलेंस 6 लाख किलोमीटर चल चुकी है, इसके बाद भी इसकी फिटनेस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
ग्लूकोमीटर: मरीज की ब्लड शुगर जांचने के लिए ग्लूकोमीटर जरूरी है, एंबुलेंस में यह नहीं है।
बीपी इंस्टूमेंट: ब्लड प्रेशर नापने के लिए यह बेहद जरूरी है, जिससे मरीज की स्थिति का पता चलता है, लेकिन यह उपकरण भी एंबुलेंस में नहीं है।
यह बात सही है कि डीआरपी लाइन की एंबुलेंस की स्थिति ठीक नहीं है, इसकी शिकायत भी मिली थी। एनएचएम को नई गाड़ी के लिए पत्र लिखा जाएगा। फिलहाल गाड़ी में कुछ काम करा दिया गया है।
डॉ.आइपी निवारिया, नोडल अधिकारी 108 एंबुलेंस