पिछोर कस्बा निवासी एक ट्रक चालक को 17 अप्रेल को कोरोना पॉजीटिव पाया गया था जिसके चलते उसी रात को पूरा पिछोर कस्बा और उसके पैतृक गांव लखनपुरा जहां के लोग उसके संपर्क में आए थे को हॉट स्पॉट क्षेत्र घोषित करते हुए टोटल लॉक डाउन कर दिया था। दोनों जगह की सीमा सील कर दी थी। बजीर खान नामक यह कोरोना पॉजीटिव मरीज भी ठीक होकर पिछले 15 दिन पहले घर आ चुका है।
इसके साथ ही इसके संपर्क में जितने लोग आए थे सभी की सैंपलिंग की गई थी जिसमें सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई थी। बाद में पिछोर और लखनपुरा को हॉट स्पॉट क्षेत्र से निकाल दिया गया था। पर तब से लेकर आज भी पिछोर कस्बा खुला नहीं है। अब भी इसे टोटल लॉक डाउन रखा जा रहा है। जबकि लखनपुरा में नियमानुसार दुकानें खुल गई हैं। ग्वालियर जिले को ग्रीन जोन में रखा गया है इसके बावजूद भी पिछोर को पूर्णता बन्द रखा जा रहा है
पिछोर में वर्तमान में स्थित यह है कि आवश्यक सामान के लिए नगरवासी परेशान हो रहे हैं। इसके साथ ही लोग घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। एक तो दुकानें एक महीने से बंद होने से दुकानदार घाटे में चल रहे है अगर कोई दुकानदार जरा सा भी दुकान का शटर खोल देता है तो लॉक डाउन के आड़ में पुलिसकर्मी उससे वसूली करते हैं जिससे दुकानदार दोहरी मार के शिकार हो रहे हैं।
ग्वालियर में कई मरीज फिर भी खुल रही दुकानें- नगरवासियों का कहना है कि ग्वालियर में पिछले 15 दिनों कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है फिर भी प्रशासन किराना, स्टेशनरी समेत अन्य आवश्यक सामान की दुकानें खोलने में ढील दे रहा है। जबकि पिछोर के साथ भेदभाव किया जा रहा है।
क्या कहते हैं दुकानदार
कि जब ग्वालियर ग्रीन जोन में आ गया है तो पिछोर को बंद क्यों रखा है। अभी भी दुकानों को बंद रखा जा रहा है जबिक पिछोर में कोई भी कोरोना वायरस मरीज नहीं है।
कमल गुप्ता, दवा विक्रेता
सुबह 6 बजे से ही पुलिस की गाड़ी चक्कर लगाने लगती है। दुकान खुली देखकर धमकी देते हैं दुकान बंद करने की कहते हैं।
सादिक खान, ऑटो पार्ट्स विक्रेता
पिछोर को खोले जाने के लिए समय निर्धारित किया जाएगा अति शीघ्र पिछोर निर्धारित समय के अनुसार खुलेगा।
राघवेन्द्र पांडे, एसडीएम डबरा