मुशायरे में शायरों ने बांधा समां
ग्वालियर व्यापार मेला स्थित कला रंगमंच पर गुरुवार की रात स्थानीय शायरों ने मुशायरे में शिरकत कर एक से बढक़र प्रस्तुतियां दीं।
मुशायरे में शायरों ने बांधा समां
ग्वालियर . ग्वालियर व्यापार मेला स्थित कला रंगमंच पर गुरुवार की रात स्थानीय शायरों ने मुशायरे में शिरकत कर एक से बढक़र प्रस्तुतियां दीं। इस मौके पर शायर डॉ. कमर ग्वालियरी का मेला प्राधिकरण की ओर से उर्दू साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मान किया गया। कमर ग्वालियरी ने पढ़ा अपनी ही खूबियों के कातिल हैं जो, किसी का भला नहीं कर सकते…। इसके बाद संचालन कर रही राणा जेबा ने पढ़ा दिल से नफरत के अंधेरों को मिटाने के लिए, लाई हूं प्यार का पैगाम जमाने के लिए…। रामलाल साहू बेकस ने कहा अगर हम आप जैसा रूप जो खुद में न लाते तो, न होता नाम दुनिया में अगर मुंह को छिपाते…। डॉ. दीप्ति गौड़ ने कहा मेरा किरदार सीधा सादा है, दिल में मासूमियत ज्यादा है, उनकी बातों से फूल झड़ते हैं, क्या पता उनका क्या इरादा है…। इसी के साथ सुनीति बैस, डॉ पुष्पराज जैन, डॉ. महेंद्र मुक्त, डॉ संजय मिर्जा, डॉ. मुक्ता सिकरवार, माता प्रसाद शुक्ल आदि ने काव्य पाठ किया।
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