एसटीएफ निरीक्षक चेतन सिंह बैस ने बताया लहार भिंड में गिर्राज डेयरी पर खाद्य विभाग के साथ 19 जुलाई को ज्वॉइंट ऑपरेशन में रेड की थी। यहां नकली दूध का जखीरा मिला था, लेकिन बनाने वाले भाग गए थे। शुक्रवार को संतोष पुत्र अमर सिंह भदौरिया निवासी लहार की लोकेशन मिल गई। एसटीएफ ने उसे दबोच लिया। संतोष ने खुलासा किया वह एग्रीकल्चर की पढ़ाई की है। इसलिए दूध, घी के बारे में जानता है। कई चिलिंग सेंटर पर नौकरी कर चुका है। कुछ समय पहले गिर्राज फूड के नाम से धंधा जमाया था। 10 साल से नकली दूध बनाने का कारोबार कर रहा है। उसके बनाए नकली दूध को पकडऩा आसान नहीं होता यह देखकर गोपाल चिलिंग के संचालक राजीव गुप्ता ने उससे हाथ मिलाया और एक लीटर पर 25 पैसा कमीशन पर डील तय हुई है। आरोपी संतोष ने खुलासा किया है कि तडक़े डेयरी में नकली दूध बनाने का कारोबार शुरू होता था। किसानों से असली दूध लेकर उसमें शैंपू, रिफाइंड तेल, माल्टोज ग्लूकोज के अलावा हाइड्रोजन कैमीकल मिलाकर उसकी तादात बढ़ाते थे। राजीव इस दूध से नकली मावा भी तैयार करवाता था। उसकी बड़ी सप्लाई ग्वालियर के मावा बाजार में भी थी।
नकली दूध बनाता था
एएसआई शाकिर अली ने बताया संतोष भदौरिया रोज करीब 10 हजार लीटर नकली दूध बनाता था। सिर्फ गिने चुने लोगों को पता था कि उसके यहां दूध का काला कारोबार है। अब संतोष बता रहा है कि धंधे में जेल जा सकते हैं इसकी उम्मीद नहीं थी क्योंकि फूड विभाग के गिने चुने लोग डेयरी पर आकर कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं कर सकते थे।कभी कार्रवाई हो भी जाती तो जुर्माना होता। इसलिए निश्चित होकर दूध में मिलावट का धंधा चलता था।
बैंक खातों का ब्यौरा
संतोष को दबोचने के बाद एसटीएफ ने उसकी निशानदेही पर उन लोगों के नाम पते और डिटेल हासिल की हैं, जो गिर्राज डेयरी से मिलावटी दूध खरीदते रहे हैं। संतोष का किस बैंक में खाता है इसका ब्यौरा भी मिल गया है। अब बैंक डिटेल से मिलावटी दूध के कारोबार का टर्न ओवर सामने आएगा। उससे पता चलेगा कि संतोष हर दिन दूध के कारोबार में कितनी काली कमाई कर रहा था।
मिलावटी दूध के धंधे का कारोबारी भिंड से पकड़ा गया है। उसे कुछ दस्तावेज और सामान भी जब्त हुआ है। धंधे में उसके साथ कौन लोग शामिल थे। पूछताछ की जा रही है। कुछ नाम सामने आए हैं। उन्हें भी तलाशा जा रहा है।
अमित सिंह, एसपी एसटीएफ
सोहन डेयरी से पनीर, दही के सैम्पल भरे
शुक्रवार को जिला प्रशासन ने खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों के साथ माधोगंज सोहन डेयरी पर छापामार कार्रवाई की। यहां डेयरी संचालक से दही, पनीर आदि दुग्ध सामग्री की जांच की। डेयरी के अंदर साफ सफाई व्यवस्था को देखा। दुध व दुग्ध पदार्थ कहां से मंगाए जाते हैं और दिनभर में कितनी खपत होती है भी पूछा। इस संबंध में जानकारी ली। खाद्य पदार्थ की जांच के लिए खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों ने पनीर और दही के सैम्पल भरे।
निर्दोषों पर न हो कार्रवाई: चैंबर
सीएम, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और संभागीय आयुक्त को लिखे पत्र मप्र चैंबर ऑफ कॉमर्स ने जिला प्रशासन की ओर से मिलावटखोरों पर की जा रही कार्रवाई को अच्छा काम बताया है। साथ ही संस्था की ओर से मांग की गई है कि इस कार्यवाही में ऐसे व्यापारी न फंस जाएं जो निर्दोष हों। इसके लिए चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से सीएम कमलनाथ, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रीए एवं संभागीय आयुक्त ग्वालियर संभाग को पत्र भी लिखे गए हैं। जिसमें कहा गया है कि प्रदेश सरकार की ओर से मिलावटखोरों पर की जा रही कार्यवाही स्वागत योग्य है, क्योंकि जल्दी रुपए कमाने और लालच में आकर जो भी कर रहे हैं वह व्यापारी नहीं हो सकते हैं। अपनी सेवा से लोगों की संतुष्टि प्राप्त कराते हुए कुछ मुनाफा कमाना एक सही व्यापारी का लक्ष्य होता है। व्यापारियों की जमात में कुछ ऐसे लोग शामिल हो गए हैं जो अपने लाभ के लिए आंख बंद कर कुछ भी करना चाहते हैं। ऐसे लोगों की संख्या दो फीसदी ही है, लेकिन इस स्थिति से हर वर्ग को सामना करना पड़ता है। ऐसे में अधिकारियों को बिल्कुल स्पष्ट निर्देश दिए जाने चाहिए कि इस तरह की कार्यवाही को केचल टारगेट पूरा करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
पकड़ा दो क्विंटल मावा, कराया नष्ट
प्रशासन की कार्रवाई
शहर में बीते दिनों मिलावाटखोरों से पकड़ा गया मावा जिला प्रशासन ने शुक्रवार को शिवपुरी लिंक रोड स्थित लैंडफिल साइड पर नष्ट कराया। उल्लेखनीय है कि बीते रोज रविवार को महाराज पुरा क्षेत्र में एसडीएम पुष्पा पुषाम द्वारा कार्रवाई के द्वारा करीब मावा पकड़ा था। यह मिलावटी मावे को राखी के त्योहार पर सप्लाई करने के लिए लाया जा रहा था। इस मावा को स्वयं का बताते हुए कोई मालिक सामने नहीं आया। शुक्रवार की दोपहर में इस मावा को शिवपुरी लिंक रोड स्थित लैंडफिल साइड पर मावार नष्टीकरण की प्रक्रिया करते हुए खाद्य एवं सुरक्षा विभाग के अधिकारी लखन लाल की निगरानी में जेसीवी से गढ्डा की खोदवाकर नष्ट कराया गया।
47 डेयरियों पर लगाए लाल निशान
शहर से डेयरी बाहर किए जाने को लेकर दूसरे दिन भी जिला प्रशासन की टीम गली-मोहल्लों में पहुंची। यहां डेयरी को चिह्नित करते हुए लाल निशान लगाए गए। डेयरी मालिकों को हिदायत भी दी। कार्रवाई के तहत उप नगर ग्वालियर में 17 स्थानों पर डेयरी चिह्ति की गई है। वही मुरार क्षेत्र में 30 डेयरियों पर निशान लगाए गए हैं।
ऑक्सीटोसिन बेचते हुए पकड़ा
हुरावली तिराहे स्थित किराने की दुकान पर गाय-भैंस में दूध की मात्रा बढ़ाए जाने वाले प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन को फूड विभाग की टीम ने पकड़ा। किराना दुकान मालिक महेंद्र मोहन माहौर बैठा हुआ था। फूड विभाग की टीम ने दुकान पर रखे हुए प्रतिबंधित इंजेक्शनों को जब्त किया और सेम्पल लिए जाने की कार्रवाई की। दुकान मालिक से डेयरी लाइसेंस और दवा खरीद बिक्री का लाइसेंस व लेखा जोखा मांग। इस पर दुकान मालिक प्रस्तुत नहीं कर सका।