बैठक में भितरवार ब्लॉक के गडज़ार स्थित हाईस्कूल के प्राचार्य अनुपस्थित थे। उनके सहयोगी आए थे, डीईओ ने उनसे पूछा कि आपका रिजल्ट खराब रहा, आखिर क्यों? इस पर स्कूल के शिक्षक ने बताया कि स्कूल का उन्नयन दो साल पहले हुआ, लेकिन स्कूल में शिक्षक नहीं हैं, अतिथि शिक्षक मिले नहीं। ऐसे में मिडिल स्कूल के स्टाफ ने छात्रों को पढ़ाया। संसाधनों और स्टाफ की कमी से छात्रों की तैयारी सही ढंग से नहीं हो सकी।
नौमहला स्थित हाईस्कूल की प्राचार्य प्रतिभा त्रिवेदी के स्कूल का परीक्षा परिणाम पिछले साल की अपेक्षा दस फीसदी से ज्यादा बिगड़ा। इस पर उन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षकों की कमी खली। अतिथि शिक्षक न मिलने से छात्र भी स्कूल में कम आते थे, इसलिए परिणाम प्रभावित हुआ।
बैठक में छात्रों का नामांकन कराने, मैपिंग और आरटीई के प्रवेश पर भी डीईओ ने चर्चा की। बताया कि 29 मई तक आरटीई में प्रवेश होना है। वंचित एवं गरीब वर्ग के छात्रों को जानकारी दें। उनके बीच प्रचार प्रसार कराया जाए। स्कूलों में बैनर व फ्लैक्स लगाए जाएं। निजी स्कूलों में 25 फीसदी गरीब बच्चों के आरटीई के तहत प्रवेश कराना है।