पुलिस के मुताबिक गिरवाई निवासी ज्ञानेश रावत (54) प्रॉपटी डीलर थे। उनकी पत्नी पद्मादेवी की 2005 में मौत हो चुकी है। घर में 4 बेटे और एक बेटी है। बेटा नकुल घटना के दिन काम पर गया हुआ था। घर में उसकी पत्नी और बच्चे थे। शाम को करीब 4 बजे वह बेहोशी की हालत में छत पर मिले। वह छत पर बैठकर शराब पी रहे थे। अचानक वह बेहोश हो गए। घरवालों को पता चला तो तुरंत जेएएच लेकर पहुंचे। डॉक्टर ने बताया उनके शरीर में एसिड है। घटना की खबर मिलते ही पुलिस भी आ गई। घरवालों से पूछा तो उन्होंने यही बताया कि शराब पीते समय अचानक तबियत खराब हो गई थी। बुधवार सुबह करीब 8 बजे ज्ञानेश ने दम तोड़ दिया। मौत के बाद अस्पताल प्रशासन ने गिरवाई थाने को फोन कर दिया। कुछ देर बाद पुलिस भी आ गई। शव को पीएम भेजा।
बेटा बोला, छत पर बैठकर शराब पी रहे थे
पिताजी को शराब पीने की आदत थी। रोजाना शाम को शराब पीते थे। घटना के दिन भी छत पर बैठकर शराब पी रहे थे। घर से फोन आया कि पिताजी की तबियत खराब है। मैं तुरंत घर पहुंचा। पिता को अस्पताल लाया। पता चला उनके शरीर में एसिड है। बुधवार सुबह उनकी मौत हो गई। एसिड शराब में था या कैसे आया इस बारे में कुछ नहीं पता।
जैसा कि ज्ञानेश के बेटे नकुल ने पत्रिका को बताया
इनका कहना है
ज्ञानेश शराब पीने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। शव का पीएम कराकर मर्ग कायम कर परिजन के सुपुर्द कर दिया है।
वीर सिंह ठाकुर, टीआइ गिरवाई थाना