शहर के राजकीय चिकित्सालय में स्त्री रोग विशेषज्ञ की सेवाएं उपलब्ध होने के बाद भी सोनोग्राफी सुविधा नहीं है। सोनोग्राफी मशीन के अभाव में यहां पहुंचने वाली प्रसूताओं को निजी चिकित्सालयों की शरण में जानापड़ता है।
शहर के राजकीय चिकित्सालय में स्त्री रोग विशेषज्ञ की सेवाएं उपलब्ध होने के बाद भी सोनोग्राफी सुविधा नहीं है। सोनोग्राफी मशीन के अभाव में यहां पहुंचने वाली प्रसूताओं को निजी चिकित्सालयों की शरण में जानापड़ता है।
सोनोग्राफी के लिए खासकर गरीब व कमजोर तबके के लोगों को काफी परेशानी झेेलनी पड़ती है। दरअसल, यहां के राजकीय चिकित्सालय में हर माह करीब 150-200 प्रसव होते है। इसके अलावा गर्भवती महिलाएं भी इलाज व जांच के लिए पहुंचती है।
चिकित्सालय में महिलाओं के स्वास्थ्य जांच के लिए गत तीन साल से स्त्री रोग विशेषज्ञ तो कार्यरत है, लेकिन सोनोग्राफी मशीन नहीं है। ऐसे में इन महिलाओं को सोनोग्राफी की आवश्यकता होने पर निजी चिकित्सालयों में पहुंचना पड़ता है।
निजी चिकित्सालयों में सोनोग्राफी के लिए 400-500 रुपए खर्च करने पड़ते है। इसके अलावा सोनोग्राफी करवाने के लिए प्रसूताओं को एक-दो किलोमीटर तक आवाजाही भी करनी पड़ती है। ऐसे में कमजोर व गरीब तबके की प्रसूताओं पर आर्थिक भार पड़ता है।
चिकित्सालय प्रशासन का कहना है कि चिकित्सालय में सोनोग्राफी मशीन लगाने के लिए प्रयास चल रहे है। सोनोग्राफी सेन्टर का पंजीयन भी हो चुका है। सांसद कोष से मशीन भी खरीदने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा एक चिकित्सक को सोनोग्राफी की ट्रेनिंग के लिए उदयपुर भेजा हुआ है।
सुरक्षित प्रसव के लिए सोनोग्राफी जांच
प्रसूताओं व गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य की जांच के लिए सोनोग्राफी की जाती है। सोनोग्राफी जांच के माध्यम से चिकित्सक गर्भ में पल रहे शिशु का स्वास्थ्य, शिशु के शरीर में कोई विकृति के बारे में जांच करते है।
इसके अलावा गर्भवती महिला के बच्चेदानी की जांच व प्रसव जटिल व सिजेरियन होने का ज्ञान चिकित्सक को होता है। ऐसे में करीब हर प्रसूता को प्रसव के दौरान सोनोग्राफी जांच की दरकरार रहती है, लेकिन सोनोग्राफी मशीन के अभाव में जांच के लिए प्रसूताओं को करीब दो किलोमीटर दूर निजी चिकित्सालय में जाना पड़ता है।
शीघ्र लगने की उम्मीद है।
चिकित्सालय में सोनोग्राफी मशीन की सुविधा नहीं है। राजकीय चिकित्सालय में सोनोग्राफी केन्द्र के लिए पंजीयन हो चुका है। एमपी कोष से बजट भी दिया गया है। शीघ्र ही राजकीय चिकित्सालय में सोनोग्राफी मशीन की सुविधा उपलब्ध होगी।
-डॉ. एमएम जांगिड़
प्रभारी-सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र-भीनमाल