रेलवे स्टेशन पर बन रही पहली बार वाटर प्रूफ सड़क
वाटर प्रूफ सड़क होने के कारण सालों तक इसका कुछ नहीं बिगड़ता है। मैस्टिक फ्लोरिंग विधि से निर्माण अक्सर फ्लाईओवर बनाने के लिए होता है।
रेलवे स्टेशन पर बन रही पहली बार वाटर प्रूफ सड़क,रेलवे स्टेशन पर बन रही पहली बार वाटर प्रूफ सड़क
दस साल तक में भी सड़क का नहीं हुआ कुछ
– सर्कुलेटिंग एरिया में काम हुआ शुरु
ग्वालियर. रेलवे स्टेशन पर पहली बार रेलवे ने अपनी सड़कों को नया रुप देने के लिए वाटर प्रूफ सड़क बनना शुरु किया है। इस सड़क को मैस्टिक फ्लोरिंग वाटर प्रूफ से तैयार कराया जा रहा है। सड़क वाटर प्रूफ होने के कारण सालों तक सुरक्षित बनी रहती है। इसके लिए कानपुर की कंपनी को इसका काम दिया गया है। वाटर प्रूफ सड़क होने के कारण सालों तक इसका कुछ नहीं बिगड़ता है। मैस्टिक फ्लोरिंग विधि से निर्माण अक्सर फ्लाईओवर बनाने के लिए होता है। इससे पहले अभी तक कानपुर के गोविंदपुरा, इलाहाबाद आदि स्टेशनों के सर्कुलेटिंग एरिया में किया गया है।
५३ लाख की लागत से काम शुरु
रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म एक के सर्कुलेटिंग एरिया में पार्सल ऑफिस के पास वाहन पार्किंग के सामने से काम शुरु कर दिया है। इस सड़क को दो महीने में पूरा काम करना है। यह काम पड़ाव पुल से उतरने के बाद रेलवे के मुख्य गेट तक पूरा जाएगा।
आग से बचाना होगी सड़क को
यह सड़क अन्य सड़कों से अलग बनाई गई है। इस कितना भी पानी पड़ जाए। इस पर कोई फर्क नहीं पडेगा। लेकिन इस पर अगर कोई आग लगाता है तो इस डामर पूरी तरह से खराब हो जाएगा। इसके लिए रेलवे को आरपीएफ की मदद लेना होना कि यहां पर कोई भी यात्री आग न लगाए। जिस स्थान पर यह सड़क इस समय यहां बन रही है। वहां अक्सर लोग रात गुजारने के चक्कर में अपना खाना तक बना लेते है। ऐसे लोगों को आरपीएफ को रोकना होगा।
इनका कहना है
रेलवे स्टेशन पर पहली बार वाटरप्रूफसड़क बनाई जा रही है। यह सड़क अन्य सड़कों से अलग होती है। इसके बनने से यात्रियों को काफी फायदा मिलेगा।
मनोज कुमार सिंह, पीआरओ झांसी मंडल
Home / Gwalior / रेलवे स्टेशन पर बन रही पहली बार वाटर प्रूफ सड़क