script21 महीने में सिर्फ नींव भर सकी, न्यास कर सकता है ठेका निरस्त | Renovation of Achelswar Mahadev Temple in the middle | Patrika News
ग्वालियर

21 महीने में सिर्फ नींव भर सकी, न्यास कर सकता है ठेका निरस्त

 
– अचलेश्वर महादेव मंदिर का जीर्णोद्धार अधर में- ठेकेदार कर रहा लेटलतीफी

ग्वालियरMay 23, 2019 / 01:10 am

प्रशांत शर्मा

 Achelswar Mahadev Temple

21 महीने में सिर्फ नींव भर सकी, न्यास कर सकता है ठेका निरस्त

ग्वालियर। अचलेश्वर महादेव मंदिर का जीर्णोद्धार अधर में लटक गया है। ठेकेदार द्वारा बेहद धीमी गति से काम किए जाने के कारण 21 महीने में मंदिर की केवल नींव भर सकी है। इससे मंदिर न्यास के पदाधिकारी परेशान हैं, वे ठेकेदार को चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन फिर भी काम में गति नहीं आई है। अब न्यास के पदाधिकारियों का कहना है कि काम में तेजी नहीं आई तो सर्वसम्मति से ठेका निरस्त कर पुन: टेंडर बुलाया जाएगा।
मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए अचलेश्वर महादेव मंदिर सार्वजनिक न्यास द्वारा अगस्त 2017 में सुदर्शन कंस्ट्रक्शन एजेंसी को 3 करोड़ 11 लाख में ठेका दिया गया था। न्यास के अध्यक्ष का कहना है कि तब से अब तक 21 महीने हो चुके हैं। जीर्णोद्धार के लिए वर्ष 2018 में गणेश उत्सव के दौरान पूजन कर शिखर उतारने का काम किया गया था। फिर धीरे-धीरे मंदिर को उतारने का काम हुआ। विधानसभा चुनाव से पहले मंदिर का काम रोका गया, उसके बाद जनवरी से अब तक केवल नींव का काम पूरा हो सका है। अब तक शिलाएं लगाए जाने का काम शुरू नहीं हो पाया है।

तो टेंडर निरस्त कर देंगे
ठेकेदार द्वारा मंदिर निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है। न्यास के पदाधिकारियों में मतभेद है, मनभेद नहीं। मंदिर निर्माण को लेकर सभी पदाधिकारी एकमत हैं। यदि ऐसा ही रहा तो सहमति से ठेका निरस्त कर नया टेंडर बुलाया जाएगा।
हरिदास अग्रवाल, अध्यक्ष, अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास
ठेकेदार कर रहा लापरवाही
ठेकेदार लगातार लापरवाही कर रहा है। पहले भी नोटिस दिया जा चुका है। न्यास की ओर से जल्द ही कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। बीते रोज एसडीएम सीबी प्रसाद को भी ठेकेदार की लापरवाही से अवगत कराया है।
हरिबाबू शिवहरे, संयोजक, अचलेश्वर महादेव मंदिर निर्माण समिति

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