scriptलौट रहे मजदूर और कुंभ के श्रद्धालुओं की नहीं हो रही सही तरीके से लिस्टिंग | Returning laborers and devotees of Kumbh are not getting the listing | Patrika News
ग्वालियर

लौट रहे मजदूर और कुंभ के श्रद्धालुओं की नहीं हो रही सही तरीके से लिस्टिंग

कोविड-19 संक्रमण बढऩे के साथ ही दूसरे राज्यों में काम के लिए गए मजदूरों की वापसी अभी भी जारी है। महाराष्ट्र के सांगली, पुणे और नागपुर से आदिवाासी…

ग्वालियरApr 20, 2021 / 07:09 pm

रिज़वान खान

cms_image-2

लौट रहे मजदूर और कुंभ के श्रद्धालुओं की नहीं हो रही सही तरीके से लिस्टिंग

ग्वालियर. कोविड-19 संक्रमण बढऩे के साथ ही दूसरे राज्यों में काम के लिए गए मजदूरों की वापसी अभी भी जारी है। महाराष्ट्र के सांगली, पुणे और नागपुर से आदिवाासी समुदाय के युवक वापस लौटे हैं, जबकि अन्य शहरों में कांट्रैक्टर के साथ मजदूरी के लिए गए मजदूरों की भी वापसी हुई है। जबकि कुंभ नहाने के लिए हरिद्वार गए श्रद्धालु भी शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में वापस आए हैं।
अपील के बाद भी अधिकतर लोगों ने वापसी की जानकारी नजदीकी कार्यालयों को नहीं दी है। इससे ग्रामीण इलाकों में भी संक्रमण और बढऩे की आशंका बन रही है। कारण यह है कि सर्वे के लिए पहुंच रहीं टीमों को लोग सही सही जानकारी नहीं दे रहे हैं। वास्तविक जानकारी किसी व्यक्ति के संक्रमित होने के बाद कांटेक्ट ट्रैसिंग और ट्रेवल हिस्ट्री निकालने पर सामने आ रही है। कलेक्टर कौशलेन्द्र सिंह ने लोगों से कहा है कि जानकारी छिपाने की बजाय नजदीकि केन्द्र को पूरा ब्यौरा जरूर दें ताकि एहतियात बरती जा सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुंभ से वापस आने वाले भी अगर अपनी जानकारी स्वयं देेकर होम आइसोलेट हो जाएं ताकि अगर किसी तरह का संक्रमण है तो उसका विस्तार न हो।
इन क्षेत्रों में ज्यादा हुई वापसी

घाटीगांव
इस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के 300 से अधिक युवा और अधेड़ महाराष्ट्र के सांगली क्षेत्र में किशमिश के प्लांटों में काम करते हैं। संक्रमण बढऩे के बाद मजदूरों ने वापसी शुरू कर दी थी। फरवरी-मार्च में दो से तीन दर्जन वापस आ गए थे। मार्च के आखिर में जब ज्यादा संक्रमण बढ़ा तो अधिकांश मजदूर अपने गांवों में वापस आ गए हैं।
मुरार
इस क्षेत्र के भिंड और दतिया से सटे गांवों में गुजरात, महाराष्ट्र और दिल्ली से काम करने वाले मजदूरों की वापसी हुई है। इसके अलावा महाराष्ट्र और गुजरात के शहरों में पानी की टिक्की की रेहड़ी लगाने वाले छोटे व्यवसाई भी वापस लौटे हैं। यहां कुंभ से वापस आए लोगों की संख्या भी बताई जा रही है।
डबरा
टेकनपुर के आसपास की आदिवासी बस्तियों में मजदूरों की वापसी हुई है। पिछोर, हथनौरा, गिजौर्रा सहित अन्य पंचायतों से दूसरे शहरों में ठेका पर काम करने वाले श्रमिक भी वापस लौटे हैं। यहां की आदिवासी बस्तियों में महाराष्ट्र के सांगली में काम करने वाले मजदूर भी वापस लौटे हैं।
भितरवार
करहिया, करियावटी, बागवई सहित अन्य गांवों में मजदूरों की वापसी हुई है। भितरवार कस्बे में बाहरी वार्डों में भी मजदूर वापस लौटे हैं। इसके अलावा भितरवार से करैरा रोड पर मौजूद बस्तियों में मजदूर वापस लौटे हैं।

Home / Gwalior / लौट रहे मजदूर और कुंभ के श्रद्धालुओं की नहीं हो रही सही तरीके से लिस्टिंग

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो