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ग्वालियर

गजब की लापरवाही- मलबे में दबे लोगों को सुरक्षित रखने आई एंबुलेंस का ऑक्सीजन सिलेंडर तक खाली निकला

– ग्वालियर में दुकान की छत गिरी, मौके पर पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी पहुंचे

ग्वालियरOct 04, 2022 / 03:51 pm

दीपेश तिवारी

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ग्वालियर। मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाहियां थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं। पूर्व में भी लापरवाहियों के चलते कई जाने गवानीं पड़ चुकी हैं, लेकिन इसके बावजूद मप्र का स्वास्थ्य विभाग अपने को पहले स्थान पर ले जाना तो दूर अपनी लापरवाहियों को ही दूर करने की ओर ध्यान देता नहीं दिख रहा है।

ऐसा ही एक मामला ग्वालियर से सामने आया है, जहां सोमवार की शाम मुरार इलाके में एक दुकान की छत अचानक गिर पड़ी। जिसके कारण छत के मलबे के नीचे 2 लोग दब गए। महादेव इलेक्ट्रिकल्स नाम की इस दुकान की छत गिरने की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी पहुंच गए और मलबे में दबे हुए लोगों को निकालने के प्रयास शुरू किए गए।

लेकिन यहां तो लापरवाही की इंतहा हो गई:
वहीं जब मलबे में दबे लोगों के होने की पुष्टि हो गई तो मौके पर पहुंची एंबुलेंस ने लापरवाही की इंतहा कर दी। दरअसल इस एंबुलेंस में रखा ऑक्सीजन सिलेंडर यहां खाली निकला। आपको बता दे कि राहत एवं बचाव कार्य के लिए मौके पर एंबुलेंस भी पहुंची थी।

ऐसे में एंबुलेंस से ऑक्सीजन सिलेंडर इसलिए बाहर निकाला गया, जिससे मलबे में दबे हुए लोगों तक ऑक्सीजन पहुंचाई जा सके, लेकिन यहां तो एंबुलेंस में रखा ऑक्सीजन सिलेंडर ही खाली निकला, जिससे स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है।

ये हुआ हादसा
ग्वालियर के मुरार इलाके में स्थित महादेव इलेक्ट्रिकल्स की दुकान में सोमवार की शाम को अचानक दुकान की छत भरभरा कर गिर पड़ी। दुकान गिरने की वजह से छत के मलबे के नीचे 2 लोग दब गए। दुकान की छत गिरते ही चीख-पुकार मच गई। वहीं आसपास के लोग जब तक दौड़कर दुकान के पास पहुंचे, तब तक वहां मलबे का ढेर लगा चुका था।

छत गिरने की जानकारी मिलते ही खुद ग्वालियर एसपी अमित सांघी भी घटना स्थल पर पहुंचे। इसके बाद मलबे में दबे हुए दोनों लोगों को निकालने के प्रयास शुरू किए गए। घटना के बाद मौके पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ भी जमा हो गई।

दुकान गिरने के ये बताए जा रहे हैं कारण
सामने आ रही जानकारी के अनुसार नगर निगम के क्षेत्रीय कार्यालय क्रमांक 8 पर अल्पना टॉकिज के पास निगम के राजस्व विभाग द्वारा ऊपर-नीचे 64 दुकानें बनाई गई हैं और सभी दुकानें लीज पर दी गई है। चुकि दुकानों की काफी लंबे समय से मरम्मत नहीं हुई थी। इसलिए इन दुकानों के गिरने का खतरा दुकानदारों को सता रहा था और इसके लिए वह निगम में शिकायत भी दर्ज करा चुके थे।

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सोमवार को अल्पना टॉकीज के सामने भाजपा के मंडल अध्यक्ष हरिओम झा के पिता महादेव की महादेव इलेक्ट्रोनिक्स के नाम से दुकान है। निगम के राजस्व विभाग द्वारा दुकान के ऊपर बनी दुकान के पास पीपल का पेड़ निकलने पर उसकी बाउंड्री को गिराकर नई बाउंड्री बनाई जा रही थी। शाम को ठेकेदार के कर्मचारी काम करके घर जा चुके थे। तभी शाम करीब छह बजे इलेक्ट्रोनिक्स दुकान में हरिओम के पिता महादेव,कर्मचारी शंकर,पप्पू (घनश्यामदास विश्वकर्मा),सोनू और लालू श्रीवास खड़े होकर चर्चा कर रहे थे तभी,अचानक ऊपर मंजिल पर बनी दुकान की छत नीचे गिर पड़ी। इसमें महादेव व लालू तत्काल बाहर निकल गए। जबकि शंकर व पप्पू अंदर दब गए।

रेस्क्यू करके सुरक्षित निकाला- राहत एवं बचाव कार्य करते हुए रेस्क्यू टीम ने मलबे में दबे हुए एक व्यक्ति को रेस्क्यू करते हुए सुरक्षित बाहर निकाला और उसे तुरंत उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया जबकि दूसरे फंसे हुए कर्मचारी को आक्सीजन देने की बात आई तो वहां आई एम्बुलेंस का सिलेंडर खाली होने की जानकारी सामने आने के बाद तत्काल बाद जेएएएच व मुरार अस्पताल से एम्बुलेंस को बुलाया गया है। जिसमें ऑक्सीजन के सिलेंडर सही होने पर मलबे में फंसे कर्मचारी को ऑक्सीजन दी गई। इस दौरान एसडीआरएफ व पुलिस की टीम ने तीन घंटे की मश्क्कत के बाद पप्पू को बाहर निकाला गया है। जहां से उसे जेएएच में रैफर किया गया।

यह भी पहुंचे
दुकान की छत गिरने की सूचना मिलते ही मुन्नालाल गोयल,महापौर शोभा सिकरवार,आयुक्त किशोर कान्याल,एसपी अमित सांघी,अपर आयुक्त अतेंद्र गुर्जर,मदाखलत अधिकारी शैलेंद्र चौहान,राजस्व अधिकारी लोकेंद्र चौहान,एसडीआरएफ,पुलिस सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।

सभी दुकानदारों को जारी किए जाएंगे नोटिस
घटना स्थल पर पहुंचे मुन्नालाल गोयल ने नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल को निर्देश देते हुए कहा कि वह कल से दुकानों को खाली करवाकर उसकी मरम्मत करवाए। क्योकि यह दुकानें काफी पुरानी हो चुकी है और कभी भी गिर सकती है। जिस पर आयुक्त ने अपर आयुक्त को निर्देश देकर मंगलवार को सभी दुकानदारों को नोटिस देने के निर्देश दिए।

पत्थर के काउंटर पर गिरी पट्टिया इसलिए बची जान
दुकान पर काम करने सोनू व लालू ने बताया कि दुकान के अंदर पत्थर का एक काउंटर बना हुआ है। जैसे ही मलबा गिरा तत्काल उसी के नीचे पप्पू अंदर चला गया, इसलिए उसकी जान बच गई। क्योकि दूसरी मंजिल छत की पट्टिया गिरते ही वह पत्थर के बने काउंटर पर टिक गई। यदि वह सिर पर गिरती तो जान भी जा सकती थी।

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