जानें…रोप-वे बनने में कौन बन रहा है बाधा
दशकों से शहर के लोगों को शहर के जन प्रतिनिधि रोप वे का सपना दिखाकर गुमराह करते रहे हैं। दूसरी ओर प्रदेश में सरकार के बदल जाने से रोप वे का काम ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
जानें…रोप-वे बनने में कौन बन रहा है बाधा
ग्वालियर. दशकों से शहर के लोगों को शहर के जन प्रतिनिधि रोप वे का सपना दिखाकर गुमराह करते रहे हैं। पहले दो साल तक विभागों से एनओसी नहीं मिलने पर पुरातत्व की एनओसी की सीमा खत्म हुई। फिर से एनओसी हासिल करने के लिए पुरातत्व की अनुमति ली और अब मौके पर काम शुरू हुआ लेकिन प्रदेश में सरकार के बदल जाने से रोप वे का काम ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
इसके चलते कई माह से फूलबाग के बारादरी के पास रोप वे का लोअर स्टेशन के काम में कोई खास प्रगति दिखाई नहीं दे रही है। अगर रोपवे लगना ही नहीं हैं तो भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के नेता इस सिरे से नकार क्यों नहीं देते और अगर दोनो ही दलों के जन प्रतिनिधियों को शहर के विकास की चिंता हैं तो इंदौर की तर्ज पर एक टैबल पर बैठकर विकास के लिए काम क्यों नहीं करते। बहरहाल रोपवे का प्रोजेक्ट शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने वाला है। इसके लिए जरूरी है कि दलों के नेता दलगत भावना से ऊपर उठकर काम करें और ग्वालियर को जबलपुर, भोपाल और इंदौर से आगे ले जाएं ताकि शहर के लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराए जा सकें।
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