scriptजरूरतमंदों का बने सहारा, बांटते हैं कपड़े, फल और जरूरत का सामान | Sahara made of the needy, distributes clothes, fruits and other necess | Patrika News
ग्वालियर

जरूरतमंदों का बने सहारा, बांटते हैं कपड़े, फल और जरूरत का सामान

जरूरतमंदों की सहायता करना सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। इसी भाव सेे जिंसी नाला पर स्थित श्री राजा बाक्षर महाराज के मंदिर के मंडल द्वारा समय-समय पर कई सेवा कार्य किए जाते हैं। रविवार को मंडल के सदस्यों ने जयारोग्य अस्पताल में मरीजों और उनके परिजन को कंबल और फलों का वितरण किया।

ग्वालियरFeb 17, 2020 / 07:26 pm

Harish kushwah

जरूरतमंदों का बने सहारा, बांटते हैं कपड़े, फल और जरूरत का सामान

जरूरतमंदों का बने सहारा, बांटते हैं कपड़े, फल और जरूरत का सामान

ग्वालियर. जरूरतमंदों की सहायता करना सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। इसी भाव सेे जिंसी नाला पर स्थित श्री राजा बाक्षर महाराज के मंदिर के मंडल द्वारा समय-समय पर कई सेवा कार्य किए जाते हैं। रविवार को मंडल के सदस्यों ने जयारोग्य अस्पताल में मरीजों और उनके परिजन को कंबल और फलों का वितरण किया। मंदिर के महंत संजय इतापे मंडल के सदस्यों के साथ जेएएच के साथ लोक हितकारी अस्पताल लोहामंडी में जरूरतमंदों को कंबलों के साथ पेंट शर्ट और सर्दियों की टोपी, टीशर्ट आदि समय- समय पर बांटते रहते हैं। मंडल के सदस्य हर रविवार को कहीं न कहीं ऐसे क्षेत्रों में जाकर गरीब और जरूरतमंदों को फल और वस्त्र बांटकर उनकी मदद करते हैं।
सर्वधर्म समभाव का केन्द्र

श्री राजा बाक्षर मंदिर भक्त मंडल द्वारा सभी धर्मों के लोगों को जोड़ने का काम किया जाता है। मंदिर पर हर रोज सभी धर्म के लोग काफी संख्या में पहुंचते हैं। वर्षभर में होने वाले कार्यक्रमों में सभी धर्म के लोग पहुंचते हैं। इतना ही नहीं सभी लोग एक साथ बैठकर खाना खाकर पूजा अर्चना करते हैं। वर्ष में एक-दो बड़े ऐसे कार्यक्रम होते हैं। इसके लिए काफी पहले से तैयारी शुरू कर दी जाती है।
तीन दिन तक चलता है उर्स

जिंसी नाला पर स्थित इस मंदिर की स्थापना 300 साल पहले की गई थी। इस मंदिर पर वर्ष में एक बार धूमधाम से तीन दिन का उर्स मनाया जाता है। इसमें दो दिन तक हिन्दू पद्धति से पूजा अर्चना करने के साथ भंडारा होता है। वहीं तीसरे दिन मुस्लिम पद्धति से पूजा की रस्म होती है। इस दौरान यहां पर ढोली बुआ महाराज की कथा भी होती है।

Home / Gwalior / जरूरतमंदों का बने सहारा, बांटते हैं कपड़े, फल और जरूरत का सामान

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो