सकट चौथ के दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। हर साल माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर महिलाएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और खुशहाल जीवन की कामना के लिए व्रत भी करती हैं। लधेड़ी स्थित संकट मोचन गणेश मंदिर की मूर्ति की खासियत यह है कि इसमें गणेश मूषक पर पद्मासन पर विराजमान हैं। वहीं आमतौर पर मूषक मूर्ति के आसपास होते हैं। इसके साथ ही गणेश की प्रतिमा की कमर पर नाग सुशोभित हैं। सकट चौथ के दिन मंदिर पर लगने वाले मेले में दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं और अर्जी भी लगाते हैं। इस मौके पर ढोलीबुवा महाराज की कथा के साथ दूसरे धार्मिक कार्यक्रम भी होंगे।
महंत, संकट मोचन गणेश मंदिर लधेड़ी अरुण चौबे ने बताया कि मूषक पर पद्मासन में विराजमान गणेश की ऐसी प्रतिमा कहीं भी नहीं है। करीब 450 वर्ष पुराने इस मंदिर पर हर साल सकट चौथ के दिन मेला लगता है। इस दिन श्रीजी के दर्शन का विशेष महत्व है।